पेट दर्द और अनियमित पीरियड्स को न करें नजरअंदाज! जानें PID के लक्षण और इलाज

अगर किसी महिला को पेट के निचले हिस्से में लंबे समय से दर्द हो रहा है, प्राइवेट पार्ट से बार-बार लिकेज की समस्या हो रही है, पीरियड्स अनियमित हो रहे हैं या सेक्स के दौरान दर्द महसूस होता है, तो इसे हल्के में न लें. ये पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID) के लक्षण हो सकते हैं.
अगर इस बीमारी का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह बांझपन का कारण तक बन सकती है. आइए जानते हैं कि PID क्यों होती है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है?

PID क्या है और क्यों होती है?
🔸 PID एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो महिलाओं के प्रजनन अंगों को प्रभावित करता है.
🔸 यह असुरक्षित यौन संबंध, यौन संचारित संक्रमण (STI) या प्राइवेट पार्ट्स की सफाई में लापरवाही से हो सकता है.
🔸 PID में बैक्टीरिया गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय तक पहुंचकर सूजन और संक्रमण फैला सकते हैं.
🔸 समय पर इलाज न करने से फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो सकती हैं, जिससे गर्भधारण मुश्किल हो जाता है.

PID के लक्षण क्या हैं?
✅ पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द
✅ प्राइवेट पार्ट से असामान्य स्राव और बदबू
✅ अनियमित पीरियड्स और भारी ब्लीडिंग
✅ पेशाब करने में जलन और बार-बार यूरिन आना
✅ कमजोरी और तेज बुखार
👉 अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

PID से कैसे बढ़ता है बांझपन का खतरा?
⚠️ PID अगर ज्यादा समय तक बना रहे, तो प्रजनन अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है.
⚠️ फैलोपियन ट्यूब में सूजन या ब्लॉकेज हो जाए, तो अंडाणु और शुक्राणु का मिलना मुश्किल हो जाता है, जिससे गर्भधारण की संभावना घट जाती है.
⚠️ कई मामलों में PID के कारण एक्टोपिक प्रेग्नेंसी (गर्भाशय के बाहर गर्भ ठहरना) की समस्या हो सकती है, जो जानलेवा हो सकती है.

किन कारणों से बढ़ता है PID का खतरा?
❌ असुरक्षित यौन संबंध
❌ कई पार्टनर के साथ संबंध बनाना
❌ यौन संचारित संक्रमण (STI) जैसे क्लैमाइडिया और गोनोरिया
❌ बार-बार गर्भपात या असुरक्षित गर्भनिरोधक दवाओं का इस्तेमाल
❌ प्राइवेट पार्ट्स की सही साफ-सफाई न करना

PID से बचने के लिए क्या करें?
✔️ हमेशा प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें और असुरक्षित यौन संबंध से बचें.
✔️ प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई का ध्यान रखें.
✔️ संक्रमण के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लें.
✔️ संतुलित आहार और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, ताकि इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे.

कैसे होता है PID का इलाज?
💊 PID का इलाज ज्यादातर एंटीबायोटिक्स से किया जाता है.
💊 डॉक्टर की सलाह से पूरा कोर्स लेना जरूरी होता है, ताकि संक्रमण पूरी तरह खत्म हो सके.
💊 अगर संक्रमण बहुत ज्यादा बढ़ गया हो, तो अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराना पड़ सकता है.

👉 PID से बचाव के लिए सतर्क रहें और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें. सही समय पर इलाज कराने से इस बीमारी के गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है!

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