आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कमर दर्द एक आम समस्या बन गई है, खासकर निचले हिस्से में दर्द (Lower Back Pain)। कई लोग इसे सामान्य थकान समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है? अगर यह दर्द लंबे समय तक बना रहता है, तो इसे हल्के में न लें। आइए जानते हैं किन बीमारियों से यह जुड़ा हो सकता है और कब डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
1. स्लिप डिस्क (Slip Disc)
अगर कमर के निचले हिस्से में लगातार दर्द बना रहता है और पैरों में झनझनाहट या कमजोरी महसूस होती है, तो यह स्लिप डिस्क का संकेत हो सकता है। रीढ़ की हड्डी में मौजूद डिस्क जब अपनी जगह से खिसक जाती है, तो नसों पर दबाव डालती है, जिससे तेज दर्द हो सकता है।
2. किडनी से जुड़ी समस्याएं
किडनी में पथरी (Kidney Stones) या किसी अन्य संक्रमण (Kidney Infection) की वजह से भी लोअर बैक पेन हो सकता है। अगर दर्द के साथ पेशाब में जलन, खून आना या बार-बार पेशाब जाने की समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
3. साइटिका (Sciatica Pain)
अगर दर्द कमर से शुरू होकर नितंबों और पैरों तक जाता है, तो यह साइटिका (Sciatica) हो सकता है। यह समस्या तब होती है जब साइटिक नर्व दबाव में आ जाती है, जिससे तेज झटकेदार दर्द, सुन्नपन और कमजोरी महसूस होती है।
4. ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis)
हड्डियों के कमजोर होने की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस के कारण भी कमर दर्द हो सकता है। यह समस्या उम्रदराज लोगों, खासकर महिलाओं में अधिक देखी जाती है। हड्डियों के कमजोर होने से उनमें छोटे-छोटे फ्रैक्चर हो सकते हैं, जो लगातार दर्द का कारण बनते हैं।
5. स्पॉन्डिलाइटिस (Spondylitis)
अगर कमर में सुबह के समय जकड़न और दर्द महसूस होता है, तो यह स्पॉन्डिलाइटिस हो सकता है। यह एक प्रकार का गठिया (Arthritis) है, जो रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करता है। समय पर इलाज न करने पर यह स्थिति गंभीर हो सकती है।
6. महिलाओं में पीरियड्स या गर्भाशय संबंधी समस्याएं
महिलाओं में पीरियड्स अनियमितता, एंडोमेट्रियोसिस, सिस्ट (Ovarian Cyst) या फाइब्रॉइड जैसी समस्याएं भी कमर दर्द का कारण बन सकती हैं। अगर दर्द के साथ पीरियड्स में गड़बड़ी या पेट दर्द भी हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
कमर दर्द को गंभीरता से कब लें?
अगर निम्नलिखित लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें:
✅ दर्द 2-3 हफ्तों से ज्यादा बना हुआ हो।
✅ दर्द के साथ बुखार, कमजोरी, वजन घटना या पेशाब में दिक्कत हो।
✅ दर्द पैरों तक फैल रहा हो और झनझनाहट हो।
✅ झुकने या सीधा खड़े होने में दिक्कत हो रही हो।
कमर दर्द से बचने के उपाय
✔️ रोजाना हल्की स्ट्रेचिंग और एक्सरसाइज करें।
✔️ सही पोस्चर में बैठें और भारी सामान उठाने से बचें।
✔️ कैल्शियम और विटामिन D युक्त आहार लें।
✔️ ज्यादा देर तक एक ही पोजिशन में न बैठें, हर घंटे थोड़ा चलें।
✔️ खूब पानी पिएं और हेल्दी डाइट अपनाएं।
निष्कर्ष
अगर कमर के निचले हिस्से में दर्द लगातार बना हुआ है, तो इसे हल्के में न लें। यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। सही समय पर पहचान और इलाज से बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और किसी भी असामान्य लक्षण पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।