अगर आप घंटों तक ईयरफोन लगाकर म्यूजिक सुनते हैं, या तेज आवाज में गाने सुनने की आदत है, या अगर आपकी सुनने की क्षमता कम हो रही है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। ऐसा हो सकता है कि आपके कानों की सेहत खराब हो रही हो और आपको इसकी जानकारी न हो। इसके लिए आपको कानों का टेस्ट करवाना चाहिए। अगर आपके कानों में ये लक्षण दिखें तो आपको टेस्ट कराने की जरूरत है:
कानों में घंटी या सीटी की आवाज सुनाई देना या सनसनाहट महसूस होना।
लोगों से यह सुनना कि आप तेज आवाज में बात करते हैं।
टीवी या म्यूजिक का साउंड तेज सुनना।
बात करते समय लोगों से बार-बार चीजों को फिर से कहने के लिए कहना।
बैकग्राउंड शोर कम होने पर लोगों की बातें न सुन पाना।
कानों में दर्द होना और यह दर्द 24 घंटे या उससे ज्यादा समय तक बने रहना।
कानों में खुजली होना।
न करें अनदेखी
अगर आपके कानों में कोई भी समस्या हो तो उसे बिल्कुल भी अनदेखा न करें। थोड़ी सी अनदेखी से सुनने की क्षमता भी जा सकती है। कानों की सफाई में कोई भी गलती न करें। अक्सर लोग कान में वैक्स जमा होने पर खुद से कान साफ करने के लिए तीली, पिन या अन्य चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जो खतरनाक हो सकता है। कान साफ करवाने के लिए हमेशा ईयर स्पेशलिस्ट से ही मदद लें। इसके अलावा, कान में दर्द होने या किसी अन्य समस्या के दौरान किसी से भी सलाह न लें, बल्कि डॉक्टर के पास जाकर अपनी समस्या बताएं।
कान में पानी चला जाए तो…
नहाते समय कान में पानी चला जाना आम बात है। कुछ लोग इसे निकालने के लिए कान में उंगली डालकर हिलाते हैं, जो गलत है। यदि आपके कान में पानी चला जाए, तो उस कान की तरफ गर्दन मोड़कर खड़े होकर धीरे-धीरे कूदें। इस तरह पानी बाहर निकल जाएगा। यदि पानी फिर भी न निकले तो चिंता न करें, थोड़ी देर में यह अपने आप बाहर आ जाएगा।
म्यूजिक पर कंट्रोल रखें
आजकल लोग घंटों ईयरफोन या ईयरबड्स लगाकर म्यूजिक सुनते रहते हैं, और कई बार वॉल्यूम भी ज्यादा होता है। यह सही नहीं है। अगर आप ईयरबड्स का इस्तेमाल करते हैं, तो इसे 60 मिनट से ज्यादा न लगाएं और वॉल्यूम 50 फीसदी से ज्यादा न करें। अगर फिर से इस्तेमाल करना पड़े तो 60 मिनट के बाद कम से कम 60 मिनट का ब्रेक लें।
डॉक्टर की लें मदद
कान में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर विशेषज्ञ से सलाह लें। ENT स्पेशलिस्ट के पास जाकर इलाज करवाना सबसे बेहतर होगा। जो भी टेस्ट डॉक्टर ने कहा हो, उसे जरूर करवाएं। बच्चों में कान की समस्याओं को लेकर ज्यादा सतर्क रहें।
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