कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने संविधान में बदलाव को लेकर दिए गए अपने कथित बयान पर सफाई देते हुए सोमवार को कहा कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।
“संविधान बदलने की बात मैंने कभी नहीं कही” – शिवकुमार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवकुमार ने कहा कि वह एक अनुभवी नेता हैं और उनके पास संविधान की बुनियादी समझ है।
“मैं पिछले 36 साल से विधानसभा में हूं। मैंने कभी नहीं कहा कि हम संविधान बदल देंगे।”
शिवकुमार के इस कथन के बावजूद बीजेपी ने उनके बयान पर कड़ा विरोध जताया, जिससे लोकसभा की कार्यवाही तक बाधित हुई।
लोकसभा में हंगामा, रीजीजू ने की बर्खास्तगी की मांग
बीजेपी नेता और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने लोकसभा में शिवकुमार के बयान पर आपत्ति जताई।
“संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह का बयान अस्वीकार्य है। कांग्रेस को इस पर सफाई देनी चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस मुस्लिम वोट बैंक के लिए संविधान के साथ छेड़छाड़ कर रही है।
बीजेपी ने शिवकुमार को घेरा, कांग्रेस पर साधा निशाना
बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने एक वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है।
“मुसलमानों के लिए आरक्षण संविधान के खिलाफ था। अब डीके शिवकुमार कह रहे हैं कि हम मुसलमानों की समृद्धि के लिए संविधान बदल देंगे।”
बीजेपी सांसद बृजेश चौटा का आरोप – कांग्रेस संविधान के मूल सिद्धांतों को बदलना चाहती है
बीजेपी सांसद कैप्टन बृजेश चौटा ने कहा कि
“कर्नाटक सरकार पहले ही मुसलमानों के लिए 4% आरक्षण लागू कर चुकी है और अब वोट बैंक की राजनीति के लिए संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि
“बीजेपी संविधान के साथ किसी भी छेड़छाड़ की अनुमति नहीं देगी और आने वाले दिनों में इसके खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा।”
क्या मुस्लिम आरक्षण पर बढ़ेगा विवाद?
शिवकुमार की सफाई के बावजूद, बीजेपी उनके बयान को लेकर हमलावर है और कांग्रेस संविधान के साथ छेड़छाड़ के आरोपों से घिरी हुई है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा किस दिशा में जाता है।
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