मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा. कांग्रेस नेता ने अपने पत्र के जरिए सीएम से भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. दरअसल, बीते दिनों भारतीय जनता युवा मोर्चा पदाधिकारी थाना पहुंचे और पुलिसकर्मियों से दुव्यर्वहार किया था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था.
एमपी के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लिखा है कि इस मामले में लाइन अटैच किए गए आदिवासी समाज के निर्दोष और कर्तव्यनिष्ठ सिपाही धनराज बरकड़े को लाइन से हटाकर फिर से कोतवाली थाने में पदस्थ किया जाए, जिससे स्थानीय पुलिस बल का स्वाभिमान एवं गरिमा बनी रहे.
दरअलस, एमपी के सिवनी कोतवाली थाना प्रभारी सतीश तिवारी के अनुसार 20 अगस्त को पुलिस ने फेसबुक पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में आयन खान नाम के युवक को हिरासत में लिया था. इसके बाद भाजयुमो नेता मयूर दुबे पुलिस थाना पहुंचे और पुलिस पर दबाव बनाया कि उन्हें आयन खान से मिलने दिया जाए. जिस पर आरक्षक धनराज बरकड़े ने वरिष्ठ अधिकारियों के आने पर ही मिलने की बात कही.
इसको लेकर मयूर दुबे और धनराज बरकड़े के बीच बहस हो गई. इस घटना के बाद भाजयुमो नेता ने एसपी से शिकायत की, जिसके बाद 21 अगस्त को एसपी ने आरक्षक धनराज बरकड़े को लाइन अटैच कर दिया. इस मसले पर विवाद बढ़ने के बाद सिवनी की राजनीति गरमा गई. आदिवासी समाज के लोगों ने एसपी सुनील मेहता को ज्ञापन देकर भाजयुमो नेता मयूर दुबे को जिला बदर करने की मांग की. आदिवासी समाज का आरोप है कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है. जबकि बीजेपी नेता को संरक्षण मिल रहा है.