टाइफाइड एक संक्रामक बीमारी है जो साल्मोनेला टाइफी नामक जीवाणु से होती है। यह दूषित भोजन या पानी के सेवन से फैलता है। टाइफाइड के लक्षणों में तेज बुखार, पेट में दर्द, दस्त, सिरदर्द और कमजोरी शामिल हैं।टाइफाइड के दौरान उचित आहार रोगी की जल्दी रिकवरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।आज हम आपको बताएँगे टाइफाइड में क्या खाये और क्या नहीं।
क्या खाएं:
- हल्का और सुपाच्य भोजन:
- सूप: मसूर, दाल, चिकन या सब्जियों का सूप।
- खिचड़ी: चावल और दाल से बनी खिचड़ी।
- टोस्ट: साबुत अनाज की ब्रेड का टोस्ट।
- केला: पोटेशियम और ऊर्जा का अच्छा स्रोत।
- सेब: फाइबर और विटामिन का अच्छा स्रोत।
- दही: प्रोबायोटिक्स से भरपूर, जो पाचन में मदद करते हैं।
- नारियल पानी: इलेक्ट्रोलाइट्स और तरल पदार्थों का अच्छा स्रोत।
पीने के लिए:
- पानी: प्रचुर मात्रा में पानी पीना महत्वपूर्ण है।
- ओआरएस घोल: निर्जलीकरण को रोकने में मदद करता है।
- बुखार कम करने वाले पेय: नारियल पानी, तुलसी का पानी, जीरा पानी।
क्या न खाएं:
- भारी और मसालेदार भोजन: पाचन में मुश्किल हो सकती है और पेट में दर्द बढ़ा सकती है।
- तला हुआ भोजन: वसा से भरपूर होता है और पेट में जलन पैदा कर सकता है।
- कच्चे फल और सब्जियां: दूषित हो सकते हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ा सकते हैं।
- दूध और डेयरी उत्पाद: टाइफाइड के दौरान कुछ लोगों को इनसे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- कैफीनयुक्त पेय: निर्जलीकरण बढ़ा सकते हैं।
- शराब: लिवर पर दबाव डाल सकती है, जो पहले से ही टाइफाइड से प्रभावित होता है।
अतिरिक्त टिप्स:
- छोटे-छोटे भोजन बार-बार खाएं: भारी भोजन की तुलना में छोटे भोजन पचाना आसान होता है।
- खाने को अच्छी तरह से चबाएं: यह पाचन में मदद करता है।
- अपने हाथों को बार-बार धोएं: यह संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करता है।
- पर्याप्त आराम करें: शरीर को ठीक होने के लिए आराम की आवश्यकता होती है।
- डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें: डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का सेवन करें और नियमित रूप से जांच करवाएं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह केवल सामान्य जानकारी है और किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। टाइफाइड के दौरान उचित आहार के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह लें।
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