आपने बिल्कुल सही कहा है कि डायबिटीज का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है। लेकिन यह केवल उम्र ही नहीं है जो डायबिटीज का कारण बनती है। कई अन्य कारक भी हैं जो इस बीमारी के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
किन उम्र में होता है डायबिटीज का सबसे ज्यादा खतरा?
आमतौर पर, 45 साल की उम्र के बाद डायबिटीज का खतरा तेजी से बढ़ने लगता है। यह इसलिए होता है क्योंकि उम्र के साथ शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील हो जाती हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि युवा लोगों को डायबिटीज नहीं हो सकती।
डायबिटीज के खतरे को बढ़ाने वाले अन्य कारक
- परिवारिक इतिहास: अगर आपके परिवार में किसी को डायबिटीज है तो आपको भी होने का खतरा अधिक होता है।
- मोटापा: मोटापा डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण है।
- शारीरिक गतिविधि की कमी: नियमित व्यायाम न करने से भी डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
- असंतुलित आहार: अधिक मीठा, चर्बीदार और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ खाने से डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है।
- तनाव: लगातार तनाव में रहने से भी डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।
- रक्तचाप: उच्च रक्तचाप भी डायबिटीज का एक जोखिम कारक है।
- कोलेस्ट्रॉल: उच्च कोलेस्ट्रॉल भी डायबिटीज का खतरा बढ़ाता है।
डायबिटीज के लक्षण
- प्यास लगना: बार-बार प्यास लगना।
- बार-बार पेशाब आना: बार-बार पेशाब आना।
- थकान: हमेशा थका हुआ महसूस होना।
- वजन कम होना: बिना किसी कारण के वजन कम होना।
- धुंधला दिखाई देना: आंखों में धुंधला दिखाई देना।
- धीरे-धीरे घाव भरना: छोटे-छोटे घावों का धीरे-धीरे भरना।
डायबिटीज को कैसे रोकें?
- स्वस्थ आहार: संतुलित आहार लें जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद शामिल हों।
- नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें: अगर आपका वजन अधिक है तो उसे कम करने की कोशिश करें।
- तनाव प्रबंधन: तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान या अन्य तकनीकों का उपयोग करें।
- नियमित स्वास्थ्य जांच: नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाएं।
यदि आपको ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण का अनुभव हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
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