डायबिटीज का पेट से कनेक्शन – जानिए शुगर और पाचन के बीच का रिश्ता

जब बात डायबिटीज की होती है, तो ज़्यादातर लोग ब्लड शुगर लेवल, इंसुलिन और दवाओं की चर्चा करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज का सीधा असर आपके पाचन तंत्र पर भी पड़ता है? दरअसल, पेट से जुड़ी कई गड़बड़ियां डायबिटीज के छिपे हुए लक्षण हो सकते हैं, जो समय रहते समझे जाएं तो बड़ा खतरा टाला जा सकता है।

आइए समझते हैं कि कैसे शुगर का स्तर बढ़ने से पाचन प्रभावित होता है और इसके कौन-कौन से संकेत आपकी सेहत के लिए चेतावनी बन सकते हैं।

1. मल का सूखना या कब्ज की समस्या
ब्लड शुगर का बढ़ा हुआ स्तर नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। इससे आंतों की गति धीमी हो जाती है, जिससे मल सूखने लगता है और कब्ज जैसी समस्या हो जाती है। अगर आपको लगातार मल त्याग में कठिनाई हो रही है, तो ये डायबिटीज का एक संकेत हो सकता है।

2. गैस्ट्रोपेरेसिस (Gastroparesis)
डायबिटीज के कारण पेट की मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली नसें कमजोर हो सकती हैं, जिससे खाना पचने में समय लगता है। इसे गैस्ट्रोपेरेसिस कहते हैं। इसके लक्षणों में पेट भरा-भरा लगना, उल्टी आना, मतली और भूख न लगना शामिल हैं।

3. डायरिया या मल पतला होना
कुछ डायबिटिक मरीजों को लगातार पतले दस्त की शिकायत होती है, खासकर रात के समय। यह भी नर्व डैमेज के कारण हो सकता है, जो आंतों को कंट्रोल करने में असमर्थ बना देता है।

4. गैस और पेट फूलना
शुगर के बढ़े हुए स्तर की वजह से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। इससे गैस, पेट फूलना और भारीपन की समस्या होने लगती है। ये लक्षण अगर बार-बार आ रहे हैं, तो ब्लड शुगर की जांच ज़रूर करवाएं।

5. भूख में कमी या असंतुलन
डायबिटीज के कारण शरीर में ग्लूकोज़ का सही उपयोग नहीं हो पाता, जिससे भूख या तो बहुत ज़्यादा लगती है या बिल्कुल नहीं लगती। यह पाचन और शुगर मैनेजमेंट के बीच असंतुलन का संकेत है।

कैसे रखें पाचन और शुगर दोनों को कंट्रोल में?
– हाई फाइबर डाइट लें ताकि आंतों की गति ठीक बनी रहे
– ब्लड शुगर को रेगुलर मॉनिटर करें
– हल्की फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें
– खूब पानी पिएं
– डॉक्टर से नियमित जांच करवाएं, खासकर अगर पाचन से जुड़ी समस्याएं लगातार बनी रहें

डायबिटीज सिर्फ एक ब्लड शुगर की बीमारी नहीं, बल्कि यह शरीर के कई सिस्टम्स को प्रभावित कर सकती है – जिनमें पाचन भी शामिल है। इसलिए अगर आपको बार-बार कब्ज, गैस, या मल से जुड़ी कोई असामान्यता महसूस हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। ये संकेत समय रहते पहचानकर आप गंभीर परिणामों से बच सकते हैं।