ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘बाहुबली’ से दुनियाभर में मशहूर हुई एक्ट्रेस अनुष्का शेट्टी ने बताया कि वे एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित हैं. इस समस्या को आम बोलचाल में ‘लाफिंग डिसीज’ के रूप में जानते हैं, जबकि मेडिकल की भाषा में इसे स्यूडोबुलबार इफेक्ट कहते हैं. इसमें पीड़ित व्यक्ति अचानक अनियंत्रित रूप से हंसने या रोने लगता है.
42 साल की अनुष्का शेट्टी ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे हंसने की बीमारी है. आप हैरान होंगे कि क्या हंसना एक समस्या है?’ मेरे लिए, यह एक परेशानी है. अगर मैं हंसना शुरू कर दूं तो 15 से 20 मिनट तक नहीं रुक पाती. कॉमेडी सीन देखते या शूट करते समय मैं सचमुच हंसते-हंसते फर्श पर लोट-पोट हो जाती हूं और कई बार शूटिंग रोकनी पड़ती है.’
शर्मिंदगी का होता है एहसास
न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि ‘हंसने की बीमारी’ को चिकित्सा जगत में स्यूडोबुलबार इफैक्ट कहते हैं. स्यूडोबुलबार इफैक्ट के लक्षणों में अचानक हंसना या रोना शामिल है, जो कई मिनट (आमतौर पर 15-20 मिनट) तक रहते हैं. उन्होंने आगे कहा कि अक्सर हंसने के लिए प्रेरित करने वाला कारक मामूली हो सकता है, जिसका अर्थ है कि इमोशनल एक्टिविटी ट्रिगर करने वाली घटना के अनुपात से कहीं ज्यादा होती है. वहां मौजूद अन्य लोगों को यह उतना मजाकिया नहीं लगेगा और इसलिए हंसने की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को अपनी प्रतिक्रिया पर शर्मिंदगी महसूस हो सकती है.
कैसे मिल सकता है आराम
विशेषज्ञ ने आगे कहा कि ‘हंसते समय गहरी, आरामदेह और धीमी सांस लेने से मदद मिल सकती है. अपने दिमाग को किसी दूसरे विषय पर लगाने से भी मदद मिल सकती है. कंधे, गर्दन और छाती की दीवार के आसपास की मांसपेशियों को आराम देना भी सहायक होता है.’ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. आलोक मांडलिया ने फर्स्टपोस्ट को बताया कि यह समस्या अगर न्यूरोलॉजिकल खामियों के कारण नहीं होती है, तो मनोवैज्ञानिक कारकों के कारण हो सकती है.