सर्दियों की दस्तक के साथ ही कई लोग जोड़ों और उंगलियों के दर्द से परेशान होने लगते हैं।
दरअसल, ठंड के मौसम में शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिसे हमारी किडनी समय रहते पूरी तरह फिल्टर नहीं कर पाती।
इससे जोड़ों में धीरे-धीरे क्रिस्टल जमने लगते हैं, जो सूजन और दर्द का कारण बनते हैं।
लेकिन राहत की बात यह है कि ठंड के मौसम में मिलने वाला एक देसी पत्ता – बथुआ (Bathua) – इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है।
आइए जानें कैसे बथुआ का सेवन यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकता है और आपकी सेहत को दे सकता है नई ऊर्जा।
🥬 बथुआ क्यों है खास?
बथुआ, एक मौसमी साग है जो सिर्फ सर्दियों में मिलता है।
यह पोषक तत्वों का खजाना है – इसमें भरपूर मात्रा में होता है:
आयरन
फॉस्फोरस
विटामिन A, B, C
एंटीऑक्सीडेंट्स
फाइबर और मिनरल्स
💧 यूरिक एसिड कम करने में कैसे मदद करता है बथुआ?
बथुआ के रस (जूस) का नियमित सेवन शरीर से विषैले तत्वों (toxins) को बाहर निकालता है।
इससे यूरिक एसिड का स्तर धीरे-धीरे कम होने लगता है और जोड़ों का दर्द भी घटने लगता है।
इसके अलावा यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और शरीर को अंदर से डिटॉक्स करता है।
नहीं पी सकते जूस? कोई बात नहीं!
आप बथुए को सब्ज़ी, रायता, पराठा या सूप के रूप में भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
✨ बथुआ के अन्य फायदे
✅ पाचन शक्ति को बनाए मजबूत
बथुआ में मौजूद फाइबर आपके डाइजेशन सिस्टम को दुरुस्त करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
✅ वजन कम करने में मददगार
बथुआ में कैलोरी बहुत कम और प्रोटीन अधिक होता है, जिससे यह वजन घटाने में मदद करता है और आपको देर तक भूख नहीं लगती।
✅ बालों को बनाए मजबूत
इसमें मौजूद प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स बालों की जड़ों को मजबूत करते हैं और हेयर फॉल को कम करने में कारगर होते हैं।
🧃 बथुआ का जूस ऐसे बनाएं:
बथुआ के पत्तों को अच्छे से धो लें
एक पैन में पानी उबालें और उसमें बथुआ उबाल लें
ठंडा होने पर उसमें नींबू का रस, काला नमक और भुना जीरा मिलाएं
मिक्सी में पीसें और छानकर जूस तैयार कर लें
सुबह खाली पेट पिएं – फायदा जल्दी मिलेगा
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