गर्दन का काला पड़ना सिर्फ मैल नहीं, हो सकता है डायबिटीज का संकेत

अक्सर हम गर्दन पर जमी काली परत को “मैल” समझ कर बार-बार साफ करते हैं। लेकिन जब साबुन और स्क्रब से भी ये काला निशान न जाए, तो ज़रूरत है सतर्क होने की। क्योंकि ये सिर्फ गंदगी नहीं, बल्कि शरीर में अंदर चल रही किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है – जैसे डायबिटीज।

⚠️ क्या है असली वजह?
गर्दन पर कालेपन की समस्या को स्किन से जुड़ी न समझें। यह एक मेटाबॉलिक संकेत हो सकता है, जिसे मेडिकल भाषा में Acanthosis Nigricans कहा जाता है। इसका कारण है इंसुलिन रेजिस्टेंस – यानी जब शरीर में इंसुलिन की मात्रा ज्यादा हो जाती है लेकिन उसका असर कम होने लगता है।

इस स्थिति में गर्दन, कंधों या कमर की त्वचा मोटी, मखमली और काली पड़ने लगती है। यदि आपको ऐसे लक्षण दिखें, तो तुरंत ब्लड शुगर टेस्ट कराएं, क्योंकि यह डायबिटीज का शुरुआती संकेत हो सकता है।

🧬 डायबिटीज और गर्दन का कालापन – जानिए गहरा कनेक्शन
इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ने पर त्वचा में बदलाव शुरू होते हैं

स्किन की ऊपरी परत काली और मोटी दिखने लगती है

गर्दन के अलावा कमर, बगल और घुटनों के आसपास भी रंग बदल सकता है

इस समस्या को हल्के में लेना भविष्य के लिए खतरनाक हो सकता है

✔️ क्या करें जब दिखे ये लक्षण?
डायबिटीज एक लाइफस्टाइल डिजीज है जिसे सही खानपान और जीवनशैली से कंट्रोल में रखा जा सकता है। अगर आप प्री-डायबिटिक स्टेज में हैं, तो समय रहते सतर्क हो जाना जरूरी है।

🛠 गर्दन के कालेपन को हटाने के उपाय:
नियमित व्यायाम करें – कम से कम 30 मिनट रोज़ वॉक या योग

प्रोसेस्ड और मीठा खाना कम करें, फल और हरी सब्ज़ियों को डाइट में शामिल करें

तनाव कम लें, क्योंकि स्ट्रेस भी शुगर लेवल बढ़ाता है

अच्छी नींद लें, 7-8 घंटे की नींद से शरीर बैलेंस में रहता है

ब्लड शुगर और थाइरॉइड की नियमित जांच कराएं

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