कोको पाउडर का इस्तेमाल हम सभी के घरों में केक बनाने में अक्सर किया जाता है, कोको बीन्स को पीसकर कोको पाउडर बनाया जाता है। कोको बीन्स का स्वाद कुछ चॉकलेट फ्लेवर जैसा होता है लेकिन चॉकलेट नहीं होता है। इसका सेवन करने से दांतों में कैविटीज को समस्या नहीं होती हैं, इसका सेवन करने से वजन कम हो जाता है और हृदय भी लंबे समय तक स्वस्थ रहता हैं। कोको पाउडर में सोडियम, पोटेशियम, फाइबर, प्रोटीन, आयरन और विटामिन सी ये सभी तत्व पाए जाते हैं। इसमें शुगर और फैट दोनो ही नहीं होता है। ऐसे में अगर आप संतुलित मात्रा में डायबिटीज के मरीज इसका सेवन कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल चॉकलेट बनाने के लिए किया जाता है इसके साथ इसका इस्तेमाल केक और मिल्क शेक बनाने में भी किया जाता हैं।
दांतों को कैविटीज
कोको पाउडर का सेवन करने से दांतों की कैविटीज से सुरक्षा होती है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और tannin दोनो ही गुण पाए जाते हैं, जो दांतों में कैविटीज की समस्या से दूर रखने में मदद करते है। अगर आप इसके इस्तेमाल करते है तो इससे दांत मजबूत होते है इसके सेवन अगर आप करते हैं तो इससे दांतों को कीड़े लगने से बचाया जा सकता है।
अस्थमा
कोको पाउडर का सेवन करने से अस्थमा के मरीजों को इससे लाभ मिलता हैं। इसमें पाए जाने तत्व थियोब्रोमाइन और थियोफिलाइन पाए जाते हैं। ये तत्व अस्थमा को कंट्रोल रखने के साथ शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में हमारी मदद करते है। इसमें फैट की मात्रा भी बहुत ही कम होती हैं।
तनाव
तनाव जोकि आजकल की पीढ़ी में बहुत ही आम बात हो चुकी है इसको भी कम करने के लिए कोको पाउडर का करने से डोपामाइन और सेरोटोनिन दोनों न्यूरोट्रांसमीटर के लेवल को बढ़ाया जा सकता है। यह तनाव को कम करने के काम आता है
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