सौंफ को फाइबर का अच्छा स्रोत माना जाता है। उसमे प्रचुर मात्रा में कई पोषक तत् पाए जाते है जैसा कि आपको पता है की कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए फाइबर रिच फूड्स आवश्यक होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी इस बात को मानते है की फाइबर युक्त चीजों के सेवन से वजन के साथ साथ पाचन से जुड़ी समस्याओं और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
भारतीय रसोई में सौंफ का उपयोग सदियों से होता चला आ रहा है वैसे तो ये मसालों के रूप में इस्तेमाल की जाती है। इसके औषधीय गुणों के कारण हम सभी इसका उपयोग करते हैं। व्यंजनों में भी सौंक के बीजों का इस्तेमाल किया जाता है, गर्मियों मके मौसम में सौंफ के बीज न सिर्फ Digestion के साथ साथ एंटी बैक्टीरियल गुणों से भी भरपूर होते हैं।
बॉडी टेंपरेचर को कंट्रोल करता है
सौंफ के सेवन के शरीर के तापमान को कंट्रोल करने में मदद करता है। गर्मियों के दौरान, शरीर को हीट स्ट्रोक से बचाता है और शरीर को ठंडक पहुंचाता है। इसके सेवन से सूजन कम होती हैं और शरीर की गर्मी को कम करने में सहायक होता हैं।
पाचन में सहायता करता है
सौंफ के बीज पाचक गुणों के लिए भी मशहूर हैं। इसका सेवन भोजन के बाद भी किया जाता है, जिससे पाचन संबंधी परेशानी कब्ज और अपच को दूर करने में मदद करने में मदद मिलती हैं।
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित में सहयोग करता है
सौंफ में फाइबर पाया जाता है। फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रहता है। फाइबर की वजह से शरीर के रक्त में कोलेस्ट्रॉल को घुल नहीं पाता है। इससे हृदय भी स्वस्थ रहता है।
मस्तिष्क के लिए भी है लाभदायक
सौंफ का सेवन मस्तिष्क के लिए फायदेमंद होता है इसमें पाए जाने वाले विटामिन ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते है। इसके सेवन करने से मस्तिष्क की सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।