कच्चा अंडा या कच्चा दूध का सेवन: जाने क्या हैं खतरे, सेहत को होंगे नुकसान

कच्चे अंडे या कच्चे दूध का सेवन स्वास्थ्य के लिए कई तरह के खतरे पैदा कर सकता है। आइए जानते हैं क्यों:

कच्चे अंडे के खतरे:

  • सैलमोनेला संक्रमण: कच्चे अंडों में सैलमोनेला बैक्टीरिया पाया जाता है जो खाद्य विषाक्तता का कारण बन सकता है। इससे बुखार, दस्त, उल्टी और पेट में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • अन्य बैक्टीरिया: इसके अलावा भी कई अन्य बैक्टीरिया जैसे कि ई. कोली भी कच्चे अंडों में पाए जा सकते हैं जो बीमार कर सकते हैं।
  • विटामिन की कमी: कच्चे अंडे में पाया जाने वाला एविडिन नामक प्रोटीन बायोटिन (विटामिन B7) को अवशोषित होने से रोकता है।

कच्चे दूध के खतरे:

  • लिस्टेरिया संक्रमण: कच्चे दूध में लिस्टेरिया बैक्टीरिया पाया जाता है जो गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए खासकर खतरनाक होता है। इससे मेनिन्जाइटिस और सेप्सिस जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
  • ई. कोली संक्रमण: कच्चे दूध में ई. कोली बैक्टीरिया भी पाया जा सकता है जो खाद्य विषाक्तता का कारण बन सकता है।
  • अन्य बैक्टीरिया: इसके अलावा भी कई अन्य बैक्टीरिया जैसे कि साल्मोनेला और कैम्पिलोबैक्टर भी कच्चे दूध में पाए जा सकते हैं।

क्यों होता है संक्रमण?

  • पशुपालन में लापरवाही: यदि पशुओं को साफ-सफाई नहीं रखी जाती है या दूध को ठीक से पश्चुरीकृत नहीं किया जाता है तो बैक्टीरिया दूध में पहुंच सकते हैं।
  • अंडों की सतह पर बैक्टीरिया: अंडों की सतह पर बैक्टीरिया हो सकते हैं जो अंदर तक पहुंचकर संक्रमण फैला सकते हैं।

क्या करें?

  • अंडे और दूध को हमेशा पकाकर ही खाएं: अंडे को अच्छी तरह पकाकर खाएं। दूध को उबालकर ही पीएं।
  • पैकेटबंद दूध का उपयोग करें: पैकेटबंद दूध को पश्चुरीकृत किया जाता है इसलिए इसमें बैक्टीरिया होने की संभावना कम होती है।
  • ताजे अंडे का चुनाव करें: हमेशा ताजे अंडे का चुनाव करें और उन्हें ठंडी जगह पर रखें।
  • अंडों को धोने से पहले और बाद में हाथों को अच्छी तरह धोएं: अंडों को धोते समय ध्यान रखें कि पानी अंदर न जाए क्योंकि इससे बैक्टीरिया अंदर तक फैल सकते हैं।

निष्कर्ष:

कच्चे अंडे या कच्चे दूध का सेवन स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए हमेशा अंडे और दूध को पकाकर ही खाएं। यदि आपको किसी प्रकार की बीमारी है या गर्भवती हैं तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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