शहद के साथ इन 2 मसालों का सेवन करे, होंगे चमत्कारी फायदे

यह दावा कि मसाले और शहद से सीने में जमा बलगम पिघल जाता है, आयुर्वेद और लोक उपचारों में काफी प्रचलित है। कई लोग इस नुस्खे को सर्दी-खांसी से राहत पाने के लिए अपनाते हैं। आइए जानते हैं कि इस दावे में कितनी सच्चाई है।

क्यों?

  • हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट है। यह श्वासनली में सूजन को कम करने और बलगम को पतला करने में मदद करता है।
  • काली मिर्च: काली मिर्च में पाइपरीन नामक एक तत्व होता है, जो हल्दी में मौजूद करक्यूमिन को शरीर में अवशोषित होने में मदद करता है। इसके अलावा, काली मिर्च में एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
  • शहद: शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं। यह गले में खराश को शांत करता है और कफ को कम करने में मदद करता है।

कैसे करें इस्तेमाल:

  1. सामग्री:
    • 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
    • 1/4 चम्मच काली मिर्च पाउडर
    • 1 चम्मच शहद
  2. विधि:
    • एक छोटे कटोरे में हल्दी और काली मिर्च पाउडर मिलाएं।
    • इसमें शहद डालकर अच्छी तरह मिला लें।
    • इस मिश्रण को दिन में दो बार या सोने से पहले लें।
    • आप चाहें तो इस मिश्रण को गर्म पानी में मिलाकर भी पी सकते हैं।

अन्य फायदे:

  • इम्यूनिटी बढ़ाता है: हल्दी और काली मिर्च दोनों ही इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • पाचन में सुधार करता है: हल्दी और काली मिर्च पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
  • दर्द कम करता है: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

कब न करें:

  • अगर आपको हल्दी या काली मिर्च से एलर्जी है तो इसका सेवन न करें।
  • गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

ध्यान दें: यह एक प्राकृतिक उपचार है और यह सभी के लिए कारगर हो सकता है, ऐसा जरूरी नहीं है। अगर आपको कोई गंभीर समस्या है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

अन्य उपाय:

  • गर्म पानी के वाष्प: गर्म पानी में यूकेलिप्टस ऑयल डालकर वाष्प लेने से भी बलगम को कम करने में मदद मिलती है।
  • अदरक की चाय: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की खराश और खांसी को कम करने में मदद करते हैं।
  • तुलसी की पत्तियां: तुलसी की पत्तियां एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती हैं।

अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

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