प्रवासी भारतीयों (NRI) ने दुनिया के किसी अन्य देश के लोगों की तुलना में सबसे अधिक पैसा अपने घर भेजा है। 2022 में प्रवासी भारतीयों ने 111 अरब अमेरिकी डॉलर (U.S. Dollar) से अधिक पैसे भारत भेजे हैं। जबकि बाकी देश इसके आसपास भी नहीं हैं। इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन की ओर से मंगलवार को जारी रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार भारत पहला देश है जिसने 100 अरब अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार किया है।
विदेश में रहनेवालों ने एफडीआई से अधिक पैसे भेजे
संगठन की ओर से जारी वर्ल्ड माइग्रेशन रिपोर्ट 2024 में बताया गया है कि पलायन कर चुके लोगों द्वारा घर भेजा गया पैसा विकासशील देशों प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(एफडीआई) से भी अधिक है। 2022 में प्रवासियों ने 831 अरब डॉलर घर भेजे हैं, जो 2000 की तुलना में 650% अधिक है। 2000 में 102 अरब डॉलर ही लोगों ने घर भेजे थे। बड़ी बात है कि इनमें से 647 अरब डॉलर कम और मध्यम आय वाले देशों में भेजे गए।
प्रवासियों का पैसा गरीब देशों में राजस्व का बड़ा स्रोत
इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना के कारण पैसे भेजने में कमी की कई विश्लेषकों की भविष्यवाणी के बावजूद लोगों ने अपने घर पैसे भेजे हैं। यानि कोरोना महामारी का बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जो लोग अपने देशों से पलायन कर गए हैं, उनके द्वारा घर भेजा गया धन लंबे समय से निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए राजस्व का एक बड़ा स्रोत रहा है। विश्व बैंक द्वारा दर्ज की गई धन भेजने में वृद्धि और आईओएम द्वारा शोध किए गए आंकड़े बताते हैं कि गरीब अर्थव्यवस्थाओं के लिए प्रवासन कितना महत्वपूर्ण है।
भारत, चीन मेक्सिको धन प्राप्त करनेवाले टॉप देशों में
रिपोर्ट के अनुसार 2022 में भारत, चीन, मैक्सिको, फिलीपींस और फ्रांस में सबसे अधिक धन भेजे गए। भारत में 111 अरब डॉलर, मेक्सिको में 61 अरब डॉलर तथा चीन में 51 अरब डॉलर लोगों ने भेजे हैं। 2020 के मुकाबले में 2022 में चीन के लोगों द्वारा धन भेजने में कमी आई है।
धन भेजनेवालों में अमेरिका टॉप पर
2020 में 68 अरब डॉलर के साथ अमेरिका लगातार धन भेजनेवाले देशों में टॉप पर है। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात 43 अरब डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर है। सउदी अरब ने 34.6 अरब डॉलर तथा स्विटजरलैंड ने 28 अरब डॉलर भेजे हैं। आईओएम के महानिदेशक एमी पोप ने कहा कि रिपोर्ट में गरीब देशों के प्रवासियों के लिए कानूनी रास्ते मजबूत करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया है।
दुनियाभर में 28 करोड़ से अधिक प्रवासी
रिपोर्ट में चुनौतियों पर भी चर्चा की गई है। कहा गया है कि प्रवासन से विकास को गति मिल रही है लेकिन चुनौतियां भी हैं। दुनिया भर में अनुमानित 28.1 करोड़ लोग प्रवासी हैं। साथ ही साथ संघर्ष, हिंसा, आपदा और अन्य कारणों से विस्थापित व्यक्तियों की संख्या भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। 11.7 करोड़ लोग विस्थापित हैं। विस्थापित संकटों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
प्रवासियों के पैसे प्राप्त करने वाले टॉप-10 देश
देश वर्ष 2022 (अरब डॉलर में)
भारत 111.22
मेक्सिको 61.10
चीन 51
फिलीपींस 38.05
फ्रांस 30.04
पाकिस्तान 29.87
मिस्त्र 28.33
बांग्लादेश 21.50
नाइजीरिया 20.13
जर्मनी 19.29