क्या आपने कभी सोचा है कि जब मौसम में अभी हल्की ठंड भी नहीं आई, फिर भी बाज़ार में फूलगोभी कैसे दिखने लगी?
आप इसे खरीद तो रहे हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि ये फूलगोभी ताज़ा नहीं बल्कि कोल्ड स्टोरेज की ‘बासी ताजगी’ है?
यह न केवल आपकी जेब पर भारी पड़ती है, बल्कि आपकी सेहत पर भी बुरा असर डालती है।
आइए जानते हैं कोल्ड स्टोरेज में सब्जियों को कैसे रखा जाता है और इसके छुपे हुए नुकसान क्या हैं।
🧊 कोल्ड स्टोरेज में सब्जियों को कैसे रखा जाता है?
फूलगोभी जैसी नाज़ुक सब्जियों को 0 से 4°C के बीच रखा जाता है।
यह प्रक्रिया सब्जी की ताजगी को नकली तौर पर बनाए रखने के लिए होती है।
स्टोरेज के दौरान इनमें अमोनिया गैस का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इनका pH लेवल कम हो जाता है और पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं।
लंबे समय तक ठंड में रहने के कारण सब्जी का वॉटर कंटेंट, विटामिन और मिनरल्स कम हो जाते हैं।
🚫 कोल्ड स्टोरेज वाली फूलगोभी के नुकसान
पाचन में परेशानी
ठंडी फूलगोभी में मौजूद एंजाइम्स निष्क्रिय हो जाते हैं जिससे इसे पचाना मुश्किल होता है।
इससे गैस, ब्लोटिंग (पेट फूलना) और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
पोषण का अभाव
कोल्ड स्टोरेज की फूलगोभी में न विटामिन C रहता है, न ही पर्याप्त फाइबर।
यानी इसका सेवन करके शरीर को कोई खास लाभ नहीं मिलता।
अमोनिया का असर
फूलगोभी को टिकाए रखने के लिए अमोनिया गैस का प्रयोग किया जाता है जो शरीर के लिए हानिकारक है।
यह लिवर और फेफड़ों पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
🧠 क्या करें?
थोड़ा इंतजार करें। जब मौसम के अनुसार सब्जियां प्राकृतिक रूप से बाजार में उपलब्ध हों, तभी उनका सेवन करें।
‘सीजनल खाओ, सेहतमंद रहो’ – यही नियम हमेशा याद रखें।
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