कॉफी दुनियाभर में सबसे लोकप्रिय पेयों में से एक है। यह सिर्फ नींद भगाने या ऊर्जा बढ़ाने तक सीमित नहीं, बल्कि इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य तत्व कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कॉफी सभी के लिए लाभदायक नहीं होती? कुछ विशेष परिस्थितियों और बीमारियों में कॉफी का सेवन फायदे की जगह नुकसान कर सकता है।
इन हालातों में कॉफी से बन सकती है सेहत को हानि:
- हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) के मरीज
कैफीन का सेवन रक्तचाप को अस्थायी रूप से बढ़ा सकता है। यदि किसी को पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो कॉफी पीना जोखिम भरा हो सकता है। - गर्भवती महिलाएं
गर्भावस्था में अधिक कैफीन का सेवन भ्रूण के विकास पर असर डाल सकता है। यह समयपूर्व प्रसव या कम वजन वाले शिशु का कारण बन सकता है। - नींद की समस्या (इनसोम्निया)
अगर किसी को सोने में कठिनाई होती है, तो कॉफी उनकी समस्या को और बिगाड़ सकती है, खासकर शाम या रात में पीने से। - गैस्ट्रिक और एसिडिटी की शिकायत
कॉफी एसिडिटी को बढ़ा सकती है और गैस्ट्रिक अल्सर या पेट की अन्य समस्याओं को गंभीर बना सकती है। - हृदय संबंधी रोगी
जिन लोगों को अनियमित दिल की धड़कन या दिल से जुड़ी अन्य समस्याएं हैं, उन्हें कॉफी से बचना चाहिए क्योंकि कैफीन दिल की धड़कन को तेज कर सकता है। - घबराहट या एंग्जायटी डिसऑर्डर
कॉफी की वजह से घबराहट, बेचैनी, चिड़चिड़ापन और मानसिक अशांति बढ़ सकती है। - आयरन की कमी (एनीमिया)
कॉफी आयरन के अवशोषण को बाधित कर सकती है। खासकर जब भोजन के साथ या उसके तुरंत बाद पी जाती है।
कॉफी पीने का सुरक्षित तरीका क्या हो सकता है?
- दिन में एक से दो कप कॉफी तक सीमित रखें।
- खाली पेट कॉफी पीने से बचें।
- यदि कोई स्वास्थ्य समस्या है तो डॉक्टर की सलाह लें।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं सीमित मात्रा में ही कैफीन लें।
- देर शाम के बाद कॉफी पीने से बचें ताकि नींद पर असर न हो।
कॉफी, यदि सही मात्रा और सही समय पर ली जाए, तो सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है। लेकिन हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति अलग होती है। यदि आप ऊपर बताए गए किसी भी स्वास्थ्य मुद्दे से जूझ रहे हैं, तो कॉफी का सेवन सोच-समझकर करें और आवश्यकता हो तो किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।