उत्तराखंड के केदारनाथ में हुए हेलीकॉप्टर हादसे के बाद राज्य सरकार सतर्क हो गई है। हादसे में 7 लोगों की जान चली गई, जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
💬 सीएम धामी ने जताया दुख, बोले – “अब एक भी हादसा बर्दाश्त नहीं”
मुख्यमंत्री धामी ने हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा:
“खराब मौसम के चलते यह हादसा हुआ। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं। हमने तत्काल आपात बैठक बुलाई है। अब हम किसी और दुर्घटना को नहीं दोहराने देंगे।”
📝 DGCA और यूकाडा से मांगी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव, यूकाडा (UCADA), आपदा प्रबंधन विभाग, और DGCA के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिए:
हादसे की जांच रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर प्रस्तुत की जाए।
यदि कोई भी ऑपरेटर सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाइन का उल्लंघन करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
🚫 दो दिन तक बंद रहेंगी हेली सेवाएं
सुरक्षा के मद्देनज़र, सरकार ने निर्णय लिया है कि 15 और 16 जून को केदारनाथ में सभी हेली सेवाएं स्थगित रहेंगी। यह फैसला यात्रियों की जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है।
⚙️ तकनीकी समीक्षा के लिए समिति गठित करने का निर्देश
सीएम धामी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि एक तकनीकी विशेषज्ञों की समिति गठित की जाए, जो हेलीकॉप्टर संचालन की तकनीकी समीक्षा करेगी और एक सख्त SOP (Standard Operating Procedure) तैयार करेगी।
इस समिति की प्रमुख जिम्मेदारियाँ होंगी:
उड़ान से पहले तकनीकी जांच सुनिश्चित करना
हेलीकॉप्टर की लैंडिंग और टेक-ऑफ की सुरक्षा पर ज़ोर देना
विशेष रूप से पर्वतीय इलाकों में अनुभवी पायलट की अनिवार्यता तय करना
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