आजकल बाजार में खाद्य पदार्थों में मिलावट होना आम बात हो गई है। कई बार दालचीनी में अमरूद की छाल मिला दी जाती है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि आपके व्यंजनों का स्वाद भी बिगाड़ सकती है। आइए जानते हैं कि असली और नकली दालचीनी में क्या अंतर होता है और कैसे आप इन दोनों को पहचान सकते हैं।
असली और नकली दालचीनी में अंतर
- रंग: असली दालचीनी का रंग भूरा या लाल भूरा होता है और इसमें चमकदार चमक होती है। वहीं, नकली दालचीनी का रंग थोड़ा हल्का और फीका होता है।
- स्वाद: असली दालचीनी का स्वाद तीखा और मीठा होता है। इसमें एक खास तरह की सुगंध होती है। वहीं, नकली दालचीनी का स्वाद थोड़ा कड़वा और बेस्वाद होता है।
- छिलका: असली दालचीनी का छिलका पतला और चिकना होता है। इसे आसानी से तोड़ा जा सकता है। वहीं, नकली दालचीनी का छिलका मोटा और खुरदरा होता है।
- तना: असली दालचीनी का तना लंबा और पतला होता है। वहीं, नकली दालचीनी का तना छोटा और मोटा होता है।
- जल परीक्षण: असली दालचीनी को पानी में डालने पर यह धीरे-धीरे डूबती है। वहीं, नकली दालचीनी पानी में तैरती रहती है।
अमरूद की छाल को दालचीनी में मिलाने के नुकसान
- स्वास्थ्य के लिए हानिकारक: अमरूद की छाल में कई ऐसे तत्व होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- स्वाद में अंतर: अमरूद की छाल का स्वाद दालचीनी से बिल्कुल अलग होता है। इससे आपके व्यंजनों का स्वाद खराब हो सकता है।
- एलर्जी: कुछ लोगों को अमरूद की छाल से एलर्जी हो सकती है।
कैसे करें असली दालचीनी की पहचान?
- विश्वसनीय दुकान से खरीदें: हमेशा किसी विश्वसनीय दुकान से दालचीनी खरीदें।
- छोटी मात्रा में खरीदें: शुरुआत में थोड़ी मात्रा में दालचीनी खरीदें और उसकी गुणवत्ता जांच लें।
- दालचीनी की छड़ी को तोड़कर देखें: असली दालचीनी आसानी से टूट जाती है।
- दालचीनी को पानी में डालकर देखें: असली दालचीनी धीरे-धीरे डूबती है।
निष्कर्ष
असली और नकली दालचीनी में काफी अंतर होता है। इसलिए, दालचीनी खरीदते समय सावधान रहें और उपरोक्त बताए गए तरीकों से इसकी पहचान करें। स्वस्थ रहने के लिए हमेशा शुद्ध और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का ही सेवन करें।
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