अगर आप कंप्यूटर या लैपटॉप पर Google Chrome ब्राउज़र का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए जरूरी खबर है। भारत सरकार की इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Chrome यूज़र्स को चेतावनी दी है कि ब्राउज़र में गंभीर सुरक्षा खामियाँ (Vulnerabilities) पाई गई हैं, जिनका फायदा साइबर अपराधी (Scammers) उठा सकते हैं।
❗किन कंप्यूटरों पर है खतरा?
यह चेतावनी 16 मई 2025 को जारी की गई है और यह उन Chrome वर्जन पर लागू होती है जो:
Windows और macOS पर: वर्जन 136.0.7103.113/.114 से नीचे हैं
Linux पर: वर्जन 136.0.7103.113 से नीचे हैं
इन वर्जन में मौजूद कमजोरियाँ स्कैमर्स को आपके सिस्टम पर नियंत्रण पाने या आपकी निजी जानकारी चुराने का मौका देती हैं।
🔍 क्या है समस्या?
CERT-In के अनुसार, Chrome के दो हिस्सों – Loader और Mojo में खामियाँ पाई गई हैं:
Loader में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं हो रहा है
Mojo, जो Chrome के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ने का काम करता है, उसमें तकनीकी गड़बड़ी है
इन्हीं कारणों से हैकर्स आपकी मशीन को दुर्भावनापूर्ण वेबसाइट्स के ज़रिए निशाना बना सकते हैं।
🛑 CVE-2025-4664: एक सक्रिय खतरा
इनमें से एक कमजोरी जिसका कोड CVE-2025-4664 है, का पहले से ही इंटरनेट पर गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। यानी अगर आपने Chrome अपडेट नहीं किया है, तो आपका सिस्टम खतरे में है।
👥 किन लोगों को खतरा है?
अगर आप Windows, macOS या Linux पर डेस्कटॉप Chrome ब्राउज़र इस्तेमाल करते हैं, तो आप इस चेतावनी के दायरे में आते हैं – चाहे आप व्यक्तिगत यूज़र हों या कोई संस्था।
✅ क्या करना चाहिए?
CERT-In की सलाह:
तुरंत Chrome को वर्जन 136.0.7103.113 या उससे ऊपर में अपडेट करें
Chrome ब्राउज़र में जाकर “Settings → About Chrome” में वर्जन चेक करें और अपडेट करें
आप Chrome Releases ब्लॉग से भी नया वर्जन डाउनलोड कर सकते हैं
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