नेपाल में चीन के बढ़ते प्रभाव से परेशान एक बड़ी आबादी है, जो जल्द से जल्द चीन के चंगुल से बाहर निकलना चाहती है। नेपाल के अलावा कई ऐसे देश हैं, जहां चीन ने अपना प्रोपेगेंडा फैलाकर राजनीतिक संकट खड़ा कर दिया है। पाकिस्तान से लेकर बांग्लादेश, अफ्रीका के कई देश चीन के जाल में फंसकर बर्बादी के कगार पर पहुंच चुके हैं। बांग्लादेश भी उसी राह पर बढ़ रहा है, और उसके भविष्य को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
चीन ने विस्तारवाद के अपने सपने को पूरा करने के लिए कई देशों को अपने प्रभाव में किया है। नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, और अफ्रीकी देशों के बाद अब बांग्लादेश भी चीन के चंगुल में फंसने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है। बांग्लादेश ने चीन से दोस्ती बढ़ाई है, और इस दोस्ती की कीमत उसे चुकानी पड़ सकती है, जैसा पाकिस्तान और श्रीलंका को भुगतना पड़ा है।
बांग्लादेश का चीन के प्रति बढ़ता रुझान
हाल ही में जब बांग्लादेश के अंतरिम मुखिया मोहम्मद युनूस चीन के दौरे पर गए थे, तो उन्होंने चीन से दोस्ती बढ़ाने की वकालत की। उन्होंने चीन को एक अच्छा दोस्त मानते हुए कहा कि बांग्लादेश को चीन से अच्छे संबंध बनाने चाहिए। इस दौरान बांग्लादेश ने चीन से और ज्यादा कर्ज की मांग की, और इसके बदले उसे कर्ज पर कम ब्याज की पेशकश भी की।
चीन की कर्ज नीति: बांग्लादेश के लिए खतरा
बांग्लादेश ने पहले ही चीन से 7.5 अरब डॉलर का कर्ज ले रखा है, और अब उसने चीन से और ज्यादा कर्ज देने की मांग की है। चीन अपनी कर्ज नीति के तहत कमजोर देशों को भारी कर्ज देता है, और फिर उन्हें अपने नियंत्रण में ले लेता है। यही वजह है कि कई अफ्रीकी देशों और श्रीलंका को चीन के इस कर्ज जाल ने बर्बाद कर दिया। अब बांग्लादेश भी उसी रास्ते पर चल पड़ा है।
श्रीलंका और पाकिस्तान के बाद बांग्लादेश का भविष्य
चीनी कर्ज का खामियाजा श्रीलंका पहले ही भुगत चुका है। 2022 में श्रीलंका को चीन के कारण 7 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था और वहां के राजनीतिक और आर्थिक हालात बिगड़ गए थे। श्रीलंका में महंगाई बढ़ी और विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई, जिससे जनता का विरोध भी हुआ। पाकिस्तान भी पहले से ही चीन के चंगुल में फंसा हुआ है, और हाल ही में बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में चीन की परियोजनाओं को लेकर बड़े विद्रोह हो चुके हैं।
अब बांग्लादेश, जो चीन के कर्ज जाल में फंस चुका है, का क्या होगा? क्या बांग्लादेश भी पाकिस्तान और श्रीलंका के रास्ते पर जाएगा, और चीन के जाल में फंसकर उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो जाएगी?
यह भी पढ़ें:
तलाक के बाद भी करोड़ों में खेलेंगे चहल, एलिमनी से ज्यादा होगी कमाई