वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 के अंतर्गत नई दिल्ली में विभिन्न देशों के डिप्लोमेट्स – हेड ऑफ़ द मिशन के साथ मुख्यमंत्री की बैठक

मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में दुनिया के लगभग 119 देशों के राजनयिकों के समक्ष गुजरात की वैश्विक विकास गाथा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की उत्तरोत्तर भारी सफलता के कारण गुजरात देश और दुनिया के लिए “मोस्ट प्रिफ़र्ड डेस्टिनेशन फॉर इन्वेस्टमेंट” के रूप में स्थापित हुआ है।

श्री पटेल ने गौरवपूर्वक कहा कि प्रोएक्टिव पॉलिसीज़, ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस, पूंजी निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण, सुगठित औद्योगिक इन्फ़्रास्ट्रक्चर तथा उच्च जीवन स्तर जैसे फ़ैक्टर्स के माध्यम से गुजरात आज दुनियाभर के पूंजी निवेशकों के लिए सबसे पसंदीदा स्थल बना है।

उल्लेखनीय है कि आगामी 10 जनवरी को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण के अंतर्गत गुजरात सरकार ने शुक्रवार को नई दिल्ली में डिप्लोमेट्स मीट का आयोजन किया था।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दुनिया के विभिन्न देशों के राजनयिकों के साथ गुजरात की सहभागिता की व्यापकता बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया।

श्री पटेल ने कहा कि पिछले दो दशक में गुजरात ने 55 बिलियन यूएस डॉलर का क्युमुलेटिव FDI हासिल किया है। वर्ल्ड क्लास रोड, रेलवे, पोर्ट तथा एयरपोर्ट कनेक्टिविटी के कारण गुजरात की पहुँच देश में नहीं; बल्कि एशिया, अफ़्रीका, मध्य पूर्व एवं यूरोपीय देशों के बाज़ारों तक है। फार्च्यून 500 कंपनियों में से लगभग 100 कंपनियाँ गुजरात में कार्यरत हैं।

उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का ब्रेन चाइल्ड कॉन्सेप्ट है। अब यह समिट बिज़नेस नेटवर्क, नॉलेज शेयरिंग, सोशियो-इकोनॉमिक डेवलपमेंट तथा स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का एक प्रतिष्ठित मंच बन गई है। समिट में विदेशी राष्ट्रों की भागीदारी भी उत्तरोत्तर बढ़ती रही है।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत में पूंजी निवेश को प्रोत्साहन देने के केन्द्र सरकार के प्रयासों की भूमिका देते हुए कहा कि देश में उद्योग क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मकता, सुदृढ़ नीतियों, पारदर्शिता, डिजिटलाइज़ेशन एवं इनोवेशन के माध्यम से देश में पूंजी निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बना है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की इस विरासत को हमारी टीम पूरी ईमानदारी एवं मेहनत से आगे बढ़ा रही है। भारत अमृतकाल में डेवलपमेंट ओरिएंटेड गवर्नेंस से भारत की विकास यात्रा को गति देने के इस महत्वपूर्ण समय में दसवीं वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की थीम ‘गेट वे टु द फ़्यूचर’ रखी गई है, जो प्रधानमंत्री के विज़न “विकसित भारत @2047” को आगे लेकर जाएगी।

श्री भूपेंद्र पटेल ने अपने संबोधन में पूंजी निवेशकों के पसंदीदा राज्य के रूप में गुजरात की स्थापित हुई विशिष्ट पहचान की विस्तृत रूपरेखा दी। उन्होंने कहा कि यूएसए, जापान, फ़्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, यूके, स्विट्ज़रलैंड, इटली, यूएई, सउदी अरब, क़तर आदि देशों की कंपनियों ने गुजरात में विभिन्न सेक्टर्स में बड़े पैमाने पर निवेश किया है।

मुख्यमंत्री ने इन्वेस्टर्स बिज़नेस-फ़्रेंड्ली वातावरण प्रदान करने की गुजरात सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने अलग-अलग सेक्टर में उद्योगों को इंसेटिव्स देने के अलावा उद्योगों के निरंतरतापूर्ण विकास तथा इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स एंड लॉजिस्टिक्स पार्क पॉलिसी 2021, इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी 2021, सोलर पॉलिसी 2021, इंडस्ट्रियल पॉलिसी 2020, टूरिज़्म पॉलिसी, टेक्सटाइल पॉलिसी सहित विभिन्न पॉलिसीज़ लागू की हैं। इतना ही नहीं, ग्रीन ग्रोथ को प्रोत्साहन देने के लिए गुजरात ने हाल ही में रिन्यूएबल एनर्जी पॉलिसी 2023 भी लागू की है और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन अंतर्गत 100 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी जनरेशन का लक्ष्य रखा है।

श्री पटेल ने कहा कि इन पॉलिसियों के माध्यम से कंपनियों के लिए सर्वग्राही इकोसिस्टम तैयार करने तथा गुजरात के उद्योगों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाने का गुजरात सरकार का उद्देश्य है।

उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट गुजरात के कल्चर व टूरिज़्म को भी प्रमोट करने वाली इवेंट बनी है। उन्होंने इस वाइब्रेंट समिट को गुजरात की संस्कृति के साथ-साथ टूरिज़्म सेक्टर की वाइब्रेंसी का अनुभव करने का अवसर बताया। इस संदर्भ में उन्होंने वाइब्रेंट नवरात्रि एवं काइट फ़ेस्टिवल जैसे लोकप्रिय उत्सवों का आनंद लेने का भी अनुरोध किया।

श्री पटेल ने विभिन्न देशों के राजनयिकों को भारत की एकता व अखंडता के प्रतीक समान सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी को विज़िट करने का निमंत्रण दिया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विश्वास व्यक्त किया कि गुजरात में इंडस्ट्री की नई लहर यहाँ मौजूद फ़्यूचर रेडी मेगा प्रोजेक्ट्स GIFT सिटी, DREAM सिटी, धोलेरा SIR, ग्रीनफ़ील्ड पोर्ट्स, PCPIR जैसे स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन्स पर आधारित होगी।

विदेश मंत्री श्री एस. जयशंकर ने कहा कि ‘G20 की भारत को विश्व के विकास के लिए और विश्व को भारत के विकास के लिए तैयार होने की भावना’ को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट सच्चे अर्थ में साकार रहा है। यह भावना प्रत्यक्ष रूप से साकार होते देखना चाहते हों, तो आगामी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि विश्व का कोई देश ऐसा नहीं होगा, जहाँ गुजराती न बसा हो। उन्होंने गुजरातियों की साहसिक क्षमता तथा व्यापार कुशलता की प्रशंसा की।

विदेश मंत्री ने कहा कि गुजरात प्रत्येक आर्थिक क्षेत्र में अग्रसर, लीडर व परफ़ॉर्मर रहा है। इलेक्ट्रिक व्हीकल, एविएशन, और सेमीकंडक्टर जैसी नए सेक्टर्स में गुजरात लीडर स्टेट के रूप में उभर रहा है। भारत के सभी विशिष्ट पहल की समग्र श्रृंखला गुजरात में हो रही है। आर्थिक रूप से अग्रसर गुजरात जोखिम उठाने की क्षमता रखता है। गुजरात की सड़कें सर्वाधिक उत्पादक मार्ग हैं। उन्होंने राज्य में हुए उत्कृष्ट ढाँचागत विकास की प्रशंसा की।

श्री जयशंकर ने आगे कहा कि विश्व को अब ऐसे उत्पादन केन्द्रों की आवश्यकता है, जो अधिक विश्वसनीय एवं पारदर्शी हो। हाल ही में भारत द्वारा घोषित इंडिया मिडल-ईस्ट यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर IMEC भी गुजरात से ही गुज़रता है।

मुख्य सचिव श्री राज कुमार ने गुजरात में विभिन्न उभरते क्षेत्रों में उनके देशों के निवेश के लिए विदेशी राजनयिकों को आमंत्रण देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात पॉलिसी ड्रिवन स्टेट तथा औद्योगिक निवेशकों के लिए रोबस्ट इन्फ़्रास्ट्रक्चर, सिंगल विंडो सिस्टम के ज़रिये तेज़ी से अनुमति देने वाला राज्य बना है।

उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री. एस. जे. हैदर ने वाइब्रेंट समिट की निरंतर प्रगति की गाथा को प्रेज़ेंटेशन द्वारा प्रस्तुत किया।

केन्द्र सरकार के विदेशी मामलों के सचिव श्री विनय क्वात्रा ने प्रासंगिक संबोधन किया।

इस अवसर पर वित्त एवं ऊर्जा मंत्री श्री कनुभाई देसाई, उद्योग मंत्री श्री बळवंतसिंह राजपूत, उद्योग राज्य मंत्री श्री हर्ष संघवी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री के. कैलाशनाथन, और गुजरात सरकार के वरिष्ठ सचिवगण उपस्थित रहे।