छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए, राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने सुकमा में नक्सल विरोधी अभियान में सफलता हासिल की है।
गृह विभाग का कार्यभार संभाल रहे शर्मा ने रायपुर में संवाददाताओं को बताया कि अब तक तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं और तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
बीजापुर जिले में 6 जनवरी को नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट का जिक्र करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, “नक्सलियों ने जो किया है, उसके बाद सुरक्षा बलों में भारी गुस्सा है।”
उन्होंने कहा, “मैंने उनसे (सुरक्षा बलों से) मुलाकात की है। मैं दोहराता हूं कि हमारे जवानों की ताकत और साहस से (नक्सली) खतरे को तय समय के भीतर खत्म कर दिया जाएगा।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को मार्च 2026 तक देश से नक्सलियों को खत्म करने का संकल्प लिया और कहा कि छत्तीसगढ़ में चरमपंथियों द्वारा मारे गए लोगों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
पुलिस ने बताया कि गुरुवार सुबह सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा पर जंगल में मुठभेड़ शुरू हो गई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी।
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स और कोबरा (सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई- कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) के जवान शामिल थे।
इसके साथ ही इस साल अब तक राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में नौ नक्सली मारे जा चुके हैं।
नारायणपुर-दंतेवाड़ा-बीजापुर जिलों की सीमा पर अबूझमाड़ में सुरक्षा बलों द्वारा तीन दिवसीय नक्सल विरोधी अभियान के दौरान, जो 6 जनवरी को समाप्त हुआ, दो महिलाओं सहित पांच नक्सली मारे गए।
3 जनवरी को रायपुर संभाग के गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया।
पिछले वर्ष राज्य में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 219 नक्सलियों को मार गिराया था।