ब्रिटेन के महाराजा किंग चार्ल्स तृतीय ने देश में उत्पात मचाने वाली दक्षिणपंथी हिंसक भीड़ के खिलाफ मोर्चा संभालने और नस्लवाद के विरोध में सड़कों पर उतरकर एकजुटता दिखाने वालों की सराहना की है। दक्षिणपंथियों ने तीन लड़कियों की चाकू घोंपकर हत्या करने के बारे में गलत सूचना फैलाई थी, जिसके बाद देश में दंगे भड़के थे।
बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा कि चार्ल्स ने शुक्रवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर और कानून प्रवर्तन के अधिकारियों के साथ फोन पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने पुलिस और अन्य आपातकालीन कर्मचारियों को देश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और हिंसा से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। बयान में कहा गया, ‘‘महाराजा इस बात से बेहद खुश हुए कि किस तरह लोगों ने नस्लवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए आक्रामकता और अपराध का मुकाबला करुणा और साहस से किया।’’
ब्रिटेन में नस्लवाद के विरोध में और हिंसा को पुन: भड़कने से रोकने के लिए हजारों की संख्या में लोग शनिवार को सड़कों पर उतर आए और शांति मार्च निकाला। देश में एक सप्ताह से अधिक समय तक दंगे हुए थे। प्रवासी-विरोधी और इस्लाम के खिलाफ नारे लगाने वाली भीड़ ने मस्जिदों पर हमला किया था, दुकानों को लूटा और पुलिस के साथ झड़पें की थीं। ब्रिटेन में यह हिंसा तब शुरू हुई थी, जब दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने 29 जून को सोशल मीडिया पर यह झूठा दावा किया था कि उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के साउथपोर्ट टेलर स्विफ्ट थीम वाले हॉलिडे क्लब में घुसकर छह से नौ वर्ष की तीन लड़कियों की हत्या कर दी गई थी।
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