बॉबी देओल की ससुराल में बवाल – जब अफेयर ने बांट दिया परिवार

हिंदी सिनेमा में जहां एक ओर हीरो की कहानियां छाई रहती हैं, वहीं कुछ विलेन ऐसे भी हुए जिनके सामने हीरो भी फीके पड़ जाते हैं।
आज का ये विलेन नया है, लेकिन सिर्फ एक किरदार ने उसकी किस्मत बदल दी।
हम बात कर रहे हैं बॉबी देओल की – जो ‘Animal’ के बाद से विलेन के रूप में चर्चा में हैं। लेकिन इस बार सुर्खियों में आने की वजह उनकी फिल्म नहीं, उनकी ससुराल और ससुर की हैरतअंगेज़ कहानी है।

🏠 जब बॉबी की लव स्टोरी कैफे से शुरू होकर करोड़ों की प्रॉपर्टी तक पहुंची
बॉबी देओल की लव लाइफ किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है।
उनकी और तान्या आहूजा की मुलाकात मुंबई के एक इटैलियन कैफे में हुई थी।
बॉबी को बड़ी मुश्किल से तान्या का नंबर मिला, फिर मुलाकातों का सिलसिला बढ़ा और एक दिन उन्होंने तान्या को प्रपोज कर दिया।
जल्द ही शादी भी हो गई। लेकिन यह शादी सिर्फ मोहब्बत की नहीं थी, बल्कि 300 करोड़ की विरासत से भी जुड़ी थी।

💔 ससुर का अफेयर और फैमिली में भूचाल
साल 1995, बॉबी देओल के ससुर देविंदर आहूजा, जो सेंचुरियन बैंक के प्रमोटर और 20वीं सेंचुरी फाइनेंस कंपनी के एमडी थे, एक एयर होस्टेस के प्यार में पड़ गए।
देविंदर पहले से शादीशुदा थे और दो बच्चे भी थे। जैसे ही यह अफेयर उजागर हुआ, घर में भारी कलह शुरू हो गई।

जहां बेटे विक्रम (बॉबी के साले) अपनी मां के साथ खड़े रहे, वहीं बॉबी और उनकी पत्नी तान्या ने देविंदर का साथ दिया।
यह परिवार दो हिस्सों में बंट गया। IMDB के मुताबिक, बॉबी देओल ने अपने ससुर के फैसले का समर्थन किया, क्योंकि उनकी पत्नी उनके साथ थीं।

⚖️ कोर्ट के चक्कर और वसीयत का उलटफेर
इस पारिवारिक विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि बॉबी को कोर्ट के चक्कर तक लगाने पड़े।
साले विक्रम ने बॉबी और तान्या पर उनके पिता की संपत्ति के गलत इस्तेमाल का आरोप भी लगाया।
लेकिन साल 2010 में जब देविंदर आहूजा का निधन हुआ, तो कहानी में एक नया मोड़ आ गया।

उनकी वसीयत में साफ लिखा था कि उनके बेटे को अंतिम संस्कार का अधिकार नहीं है।
अंतिम संस्कार तब तक नहीं हुआ, जब तक बॉबी देओल टोरंटो से लौट कर नहीं आए।
इसके बाद तान्या और विक्रम के बीच विरासत को लेकर विवाद और तेज हो गया।

💰 300 करोड़ की संपत्ति की असली वारिस कौन?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देविंदर आहूजा की कुल संपत्ति लगभग 300 करोड़ थी।
वसीयत के मुताबिक, संपत्ति का दो-तिहाई हिस्सा तान्या और उनके बच्चों को दिया गया था।
हालांकि तान्या की मां ने दावा किया कि उन्होंने अपनी एक-तिहाई संपत्ति तान्या को गिफ्ट कर दी, लेकिन वकील के अनुसार उनके पास कानूनी अधिकार नहीं था।

आज यह विरासत तान्या के पास है – और इसी वजह से बॉबी देओल की रियल लाइफ कहानी भी उतनी ही फिल्मी लगती है, जितना उनका ऑन-स्क्रीन रोल।

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