आजकल स्मार्टफोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसका अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है, खासकर सर्वाइकल स्पॉंडिलाइटिस। यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब हम स्मार्टफोन का उपयोग करते समय अपनी गर्दन को लंबे समय तक एक ही स्थिति में रखते हैं, जिससे गर्दन के जोड़, मांसपेशियां और नसें प्रभावित होती हैं। सर्वाइकल दर्द को कम करने और इससे बचने के लिए योग और आयुर्वेदिक उपाय काफी प्रभावी साबित हो सकते हैं।
इस लेख में हम कुछ ऐसे उपायों के बारे में चर्चा करेंगे जो सर्वाइकल दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
1. योगासन (Yoga Poses) जो सर्वाइकल दर्द में मदद करें
बलासन (Child’s Pose)
बलासन एक आरामदायक योग आसन है जो आपके गर्दन, पीठ और कंधों को खिंचता है। यह आसन सर्वाइकल दर्द को कम करने में मदद करता है और शरीर को शांत करता है।
कैसे करें: घुटनों के बल बैठें, पैर फैलाकर और हाथों को आगे की दिशा में बढ़ाकर अपने माथे को जमीन पर रखें। गहरी सांस लें और 30 सेकंड से 1 मिनट तक इस स्थिति में रहें।
मालासन (Garland Pose)
मालासन कंधों और गर्दन को मजबूत करता है और रक्त संचार को बढ़ाता है। यह योगासन मांसपेशियों में तनाव को कम करने में मदद करता है।
कैसे करें: अपने पैरों को थोड़ा फैलाकर घुटनों के पास बैठें। अपनी पीठ को सीधा रखें और दोनों हाथों को जोड़कर सामने रखें। धीरे-धीरे श्वास लेते हुए इस स्थिति में 30 सेकंड के लिए रहें।
सेतु बंध सर्वांगासन (Bridge Pose)
यह आसन पीठ और गर्दन के बीच के क्षेत्रों को खींचता है, जिससे सर्वाइकल दर्द में राहत मिलती है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को भी मजबूत बनाता है।
कैसे करें: पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़े और पैरों को ज़मीन पर रखें। अब धीरे-धीरे अपनी पीठ और कूल्हों को ऊपर की तरफ उठाएं। हाथों को शरीर के पास रखें और इस स्थिति में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें।
2. आयुर्वेदिक उपाय जो सर्वाइकल दर्द में मदद करें
सिर्फ तिल का तेल और लहसुन
तिल का तेल और लहसुन का संयोजन सर्वाइकल दर्द को कम करने के लिए प्रभावी हो सकता है। तिल के तेल में विशेष प्रकार के गुण होते हैं जो मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द को दूर करने में मदद करते हैं। लहसुन के प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द को कम करने में सहायक होते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें: तिल के तेल में लहसुन की कुछ कलियों को डालकर उसे हल्का गरम करें। अब इस तेल से गर्दन और कंधे की हल्की मसाज करें। इस उपाय को रोजाना रात में सोने से पहले करें।
अदरक का सेवन
अदरक में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं। यह रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है।
कैसे सेवन करें: एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर उसे दिन में 1-2 बार पी सकते हैं।
विलायती इलायची और हल्दी का सेवन
विलायती इलायची और हल्दी का संयोजन सर्वाइकल दर्द को कम करने में मदद करता है। हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते हैं, जबकि इलायची दर्द को शांत करती है।
कैसे सेवन करें: एक गिलास गर्म दूध में हल्दी और इलायची का पाउडर डालकर पीने से दर्द में राहत मिल सकती है।
3. सर्वाइकल दर्द से बचाव के उपाय
स्मार्टफोन का सही उपयोग
स्मार्टफोन का उपयोग करते समय सही पोश्चर बनाए रखना बेहद ज़रूरी है। लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते समय गर्दन और कंधों की स्थिति पर ध्यान दें। हमेशा स्मार्टफोन को आंखों के स्तर पर रखें, ताकि गर्दन को झुकाने की आवश्यकता न हो।
गर्दन और कंधों के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज
गर्दन और कंधों को स्ट्रेच करने के लिए सरल एक्सरसाइज करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और रक्त संचार बेहतर होता है।
कैसे करें: अपनी गर्दन को धीरे-धीरे दाएं, बाएं, ऊपर और नीचे घुमाएं। यह एक्सरसाइज दिन में 2-3 बार करें।
स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग से सर्वाइकल दर्द एक सामान्य समस्या बन गई है, लेकिन योग और आयुर्वेदिक उपायों के द्वारा इसे काफी हद तक कम किया जा सकता है। नियमित रूप से योगासन करने से मांसपेशियों में लचीलापन आता है, और आयुर्वेदिक उपाय शरीर को भीतर से स्वस्थ रखते हैं। इन उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप सर्वाइकल दर्द से राहत पा सकते हैं और अपनी जीवनशैली को बेहतर बना सकते हैं।