क्या आप प्रोटीन पाउडर का सेवन करते हैं? क्या आप सुबह और शाम जिम जाने के बाद इसे लेते हैं? वजन कम करने, मसल्स बनाने और डेली प्रोटीन बैलेंस करने के लिए तो कई लोग इसका सेवन करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि यह आपके किडनी हेल्थ पर असर डाल सकता है? हाई प्रोटीन डाइट से किडनी को आपके खून को फिल्टर करने के लिए ज्यादा काम करना पड़ सकता है। समय के साथ, यह अतिरिक्त काम किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे-
रिसर्च में यह पाया गया है कि सामान्य किडनी वाले ज्यादातर स्वस्थ लोगों में डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर जैसी कोई गंभीर स्वास्थ्य स्थिति नहीं होती। किडनी वेस्ट चीजों को बाहर करने का काम करती है, इसलिए एक सामान्य इंसान के लिए डेली प्रोटीन शेक लेने से कोई खास असर नहीं पड़ता। हालांकि, सेवन के बाद भरपूर पानी पीना जरूरी है। लेकिन अगर पहले से किसी को किडनी की समस्या हो, तो प्रोटीन का सेवन उनके लिए गंभीर हो सकता है। किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों को प्रोटीन का सेवन सीमित करना चाहिए।
कितना प्रोटीन पाउडर लेना चाहिए? एक हेल्दी इंसान को प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से कम से कम 0.8 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए। हालांकि, मसल्स बनाने वाले लोगों को 12 सप्ताह तक शरीर के वजन के प्रति किलो लगभग 2 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है, जिसे बाद में 1.8 ग्राम तक बढ़ाया जा सकता है। इसका मतलब है कि आपको डाइट से प्रोटीन मिल रहा है, लेकिन सप्लीमेंट्स की मदद भी जरूरी हो सकती है।
इसके अलावा, क्रिएटिनिन का लेवल, जिसे आमतौर पर किडनी के काम से जोड़ा जाता है, यह मेटाबॉलिज्म द्वारा प्रोड्यूस वेस्ट प्रोडक्ट से बनता है, जिसे किडनी फिल्टर करती है। अगर क्रिएटिनिन का लेवल बढ़ता है, तो यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है।
किडनी की समस्याओं के संकेत: अगर आपके यूरिन में प्रोटीन और खून है, पैरों या हाथों में सूजन, मांसपेशियों में ऐंठन, थकान, अनिद्रा और सिरदर्द जैसी समस्याएं महसूस हो रही हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें।
हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें किडनी खराब होने के दो सबसे महत्वपूर्ण कारण हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज हैं। इसलिए इन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। प्रोटीन पाउडर का सेवन करने से पहले हमेशा अपने हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
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