गर्मी का मौसम चल रहा है. दही और छाछ पीना हर किसी को पसंद होता है. अक्सर खाने के साथ या बाद में लोग ठंडा छाछ या दही का सेवन करते हैं. दोनों से शरीर को ठंडक मिलती है. हालांकि, दही से ही बनने वाला छाछ गर्मी में आपको कूल रखने में ज्यादा हेल्प करता है. आयुर्वेद में भी बताया गया है कि छाछ पचने में काफी हल्का होता है. जबकि दही भारी होता है. शरीर पर दही का गर्म प्रभाव भी पड़ता है. लेकिन गर्मी में दोनों का खूब इस्तेमाल होता है. अगर आप नहीं जानते कि गर्मी में आपके लिए कौन ज्यादा अच्छा और फायदेमंद है तो चलिए जानते हैं…
दही या छाछ गर्मी में सबसे अच्छा कौन
दही और छाछ प्रोबायोटिक्स हैं, जो आंत में गुड बैक्टीरिया को जन्म देने का काम करते हैं. हालांकि, जब बात डाइजेशन की आती है तब छाछ ज्यादा बेहतर और काम का बन जाता है. छाछ में विटामिन और खनिज अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. चिलचिलाती गर्मी में भी ये शरीर को ठंडा रखते हैं. इसे पीने से बॉडी का टेंपरेचर सही बना रहता है. छाछ पाचन को भी बेहतर बनाता है. छाछ में जीरा पाउडर, नमक, हींग और जिंजर मिलाकर पीना और भी ज्यादा फायदेमंद होता है.
ऐसे लोग जिनकी पाचन अग्नि तेज और सही है तो उन्हें दही खाने की सलाह दी जाती है. दही खाने से वजन बढ़ता है. इसलिए ऐसे लोगों को ज्यादा पानी और कम दही खाने को कहा जाता है.
चूंकि आर्युवेद में दही की तासीर गर्म बताई गई है. छाछ भी दही से ही बनता है और इसके बनने की प्रक्रिया अलग होती है. अपने फॉर्मूलेशन की वजह से यह ठंडा होता है. गर्मी के दिनों में दही कम और मट्ठा यानी छाछ ज्यादा पीना चाहिए. मसालेदार छाछ पीना और भी ज्यादा टेस्टी और हेल्दी होता है. इसलिए अब कंफ्यूज होने की बजाय मौसम के हिसाब से दही और छाछ का सेवन कर सकते हैं.