बीएसएनएल एक बार फिर दूरसंचार सेवाओं में निजी कम्पनियों से मुकाबले के लिए मैदान में आ गया है। अभी कम्पनी द्वारा अपने उपभोक्ताओं को बाजार से कम दर पर 4-जी डाटा उपलब्ध करवाया जा रहा है। जनवरी माह से 5-जी सेवाएं भी शुरू हो जाएंगी। इसके लिए टीसीएस कम्पनी के देशी उपकरणों की तैनाती हो रही है। 3-जी तक चीनी कम्पनियों के उपकरणों पर निर्भरता थी, जिसकी आगे की सेवाओं तथा पूर्जों के अभाव में बीएसएनएल पिछड़ता चला गया।
यह जानकारी दी बीएसएनएल,उज्जैन के महाप्रबंधक बसंत गुप्ता ने। चर्चा में उन्होंने बताया कि इस समय बाजार में 4-जी डाटा प्लान सबसे अधिक सस्ते बीएसएनएल के ही हैं। चूंकि बैसिक इंफ्रा स्ट्रक्चर है। ऐसे में सेवाओं को कम खर्च कर उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संभाग में इस समय प्रति माह 36 हजार नए ग्राहक बीएसएनएल से जुड़ रहे हैं, यह अपने में रिकार्ड है। पहले प्रति माह करीब 6 हजार उपभोक्ता जुड़ते थे। चूंकि निजी कम्पनियों के डाटा प्लान महंगे होने तथा अंचलों तक नेटवर्क की समस्या आने के कारण एक बार फिर आम जनता का रूझान बीएसएनएल की ओर है।
बसंत गुप्ता ने बताया कि जिन मोबाइल उपभोक्ताओं के पास 3-जी सीम है,उन्हे बीएसएनएल की नई स्कीम के तहत 4-जी वाली सीम नि:शुल्क दी जा रही है। उन्हे अपना मोबाइल फोन लेकर देवासगेट स्थित कार्यालय आना है। यहां हम 10 मिनिट में नई सीम दे देंगे, ताकि उपभोक्ताओं को वर्तमान दर पर ही 4-जी नेटवर्क प्राप्त हो जाए। इसके लिए कोई दस्तावेज लेकर नहीं आना है। उन्होंने बताया कि संभाग में 180 नए टॉवर लग रहे हैं, ताकि सेवाओं को बगैर बाधा के दिया जा सके। ये सभी टॉवर देशी उपकरणों से लेस होंगे। पूर्व में 3-जी तकनीक और उपकरण चीन से लिए गए थे। बाद में पूर्जों के अभाव में टॉवर बंद होते चले गए। इस बार देशी तकनीक का उपयोग होने से सब कुछ भारत में ही उपलब्ध होगा। ऐसे में भविष्य में कोई टॉवर आदि बंद नहीं होगा।
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