संन्यास ले चुके क्रिकेटरों के लिए ओल्ड एज लीग वरदान बन गई है। कई देशों के दिग्गज क्रिकेटर इसमें खेलते नजर आते हैं। वहीं, पूर्व आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली का मानना है कि किसी क्रिकेटर के लिए संन्यास के बाद भी क्रिकेट खेलना रोमांचक होता है।
ब्रेट ली ने कहा कि दर्शकों से भरे स्टेडियम को देखकर उन्हें जो खुशी मिलती है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। ब्रेट ली और पूर्व भारतीय गेंदबाज इरफान पठान ने क्रिकेट से संन्यास के बाद एक बार फिर क्रिकेट के मैदान पर वापसी के बारे में बात की। ब्रेट ली ने क्रिकेटरों को फैंस से मिलने वाले सपोर्ट और प्यार के बारे में बात करते हुए पॉडकास्ट सीरीज ‘180 नॉट आउट’ में अपने विचार शेयर किए।
ब्रेट ली ने कहा, “यहां तक कि जब आप संन्यास ले लेते हैं और पेशेवर दृष्टिकोण से नहीं खेल रहे होते हैं, तब भी इन लीगों में खेलने का मौका और 40 की उम्र के बाद भी खचाखच भरी भीड़ हमारे लिए रोमांचक है। हमें बेहद खुशी होती है कि अभी भी ऐसे लोग हैं जो हमें खेलते हुए देखना चाहते हैं।”
इरफान पठान ने पिछले कई दशक के अपने संघर्ष के बारे में भी बात की। इरफान पठान ने कहा, “जब मैं दो साल के लिए जम्मू कश्मीर क्रिकेट में आया था, तो मेरा अनुबंध लगभग… मैं पैसे की बात नहीं करता, लेकिन मेरा अनुबंध कैरिबियन प्रीमियर लीग से मिलने वाले पैसे का केवल 20 प्रतिशत था। मेरे पास और भी कई लीग का ऑफर था। इसकी तुलना में मुझे जम्मू में केवल 15-20 फीसदी राशि मिल रही थी, इसलिए यह पैसे के बारे में नहीं था, मैं क्रिकेट को कुछ वापस देना चाहता था, वह भी भारतीय क्रिकेट को।
“इसलिए मुझे खुशी है कि मैंने वह निर्णय लिया और जम्मू-कश्मीर क्रिकेट की सेवा करने आया, जिससे न केवल मैंने एक संरक्षक के रूप में, बल्कि समग्र जम्मू और कश्मीर क्रिकेट की भी मदद की और बहुत सारे खिलाड़ी सामने आए।”