आजकल की बदलती लाइफस्टाइल के कारण यूरिक एसिड की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जब शरीर में यूरिक एसिड ज़रूरत से ज़्यादा बनने लगता है और किडनी उसे बाहर नहीं निकाल पाती, तो यह जोड़ों में जमा होकर सूजन और तेज़ दर्द का कारण बनता है। ऐसे में प्यूरीन युक्त चीज़ें और हाई प्रोटीन डाइट से दूरी बनाना ज़रूरी है। साथ ही, कुछ घरेलू उपाय अपनाकर भी यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है।
एक बेहद असरदार और नेचुरल उपाय है – लौकी और खीरे का जूस, जिसे रोज़ाना पीकर कुछ ही हफ्तों में यूरिक एसिड के स्तर को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं इसे बनाने का तरीका और फायदे।
लौकी-खीरा जूस कैसे बनाएं?
सामग्री:
लौकी – 1 कटोरी (छीली हुई)
खीरा – 1 (छीला हुआ)
सेब – 1 (बीज निकालकर टुकड़े करें)
गिलोय रस – 1 चम्मच
तुलसी के पत्ते – 5-6
एलोवेरा गूदा – 1 चम्मच
सेंधा नमक – स्वादानुसार
विधि:
लौकी, खीरा और सेब को मिक्सी में पीसें।
एक सूती कपड़े से छानकर उसका रस निकाल लें।
अब इसमें गिलोय रस, तुलसी का रस और एलोवेरा मिलाएं।
अंत में एक चुटकी सेंधा नमक मिलाएं।
इसे रोज़ सुबह खाली पेट 10-15 दिन तक लगातार पिएं।
क्या मिलते हैं फायदे?
यह जूस शरीर से यूरिक एसिड को प्राकृतिक रूप से बाहर निकालता है।
फैट को बर्न करने में मदद करता है, जिससे वजन कंट्रोल होता है।
लिवर को डिटॉक्स करता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को अंदर से साफ करता है।
जोड़ों के दर्द और सूजन में आराम मिलता है।
यह भी पढ़ें:
बिना सलाह के न लें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स सप्लीमेंट, वरना बढ़ सकती हैं ये गंभीर दिक्कतें