काला नमक या सेंधा नमक: कौन सा है बेहतर, जाने हाई बीपी में क्या खाएं

काला नमक और सेंधा नमक, दोनों ही पारंपरिक नमक हैं जिनका उपयोग सदियों से किया जाता रहा है। इन दोनों को ही सामान्य टेबल नमक (सोडियम क्लोराइड) के स्वस्थ विकल्प के रूप में देखा जाता है।

काला नमक और सेंधा नमक में क्या अंतर है?

  • काला नमक: काला नमक वास्तव में काला नहीं होता है, बल्कि यह गहरा बैंगनी या गुलाबी रंग का होता है। इसमें सोडियम क्लोराइड के साथ-साथ पोटैशियम, लोहा, मैग्नीशियम और सल्फर जैसे खनिज भी होते हैं। इसकी एक विशिष्ट गंध होती है जो अंडे की तरह होती है।
  • सेंधा नमक: सेंधा नमक या हिमालयन नमक, प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला नमक है। इसमें सोडियम क्लोराइड के अलावा 84 से अधिक खनिज होते हैं, जिनमें कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम शामिल हैं। यह स्वाद में थोड़ा खारा होता है और इसमें कोई कृत्रिम रंग या स्वाद नहीं होता है।

हाई बीपी में क्या खाएं?

हाई बीपी या उच्च रक्तचाप एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। इसे नियंत्रित करने के लिए आहार में बदलाव लाना बहुत जरूरी है।

  • कम सोडियम युक्त आहार: हाई बीपी के मरीजों को कम सोडियम युक्त आहार लेना चाहिए। सामान्य टेबल नमक में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसे कम से कम मात्रा में लेना चाहिए।
  • पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ: पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। केले, संतरे, पालक, और ब्रोकली जैसे खाद्य पदार्थों में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है।
  • कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ: कैल्शियम भी रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। दूध, दही, पनीर और हरी पत्तेदार सब्जियां कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं।
  • मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ: मैग्नीशियम रक्त वाहिकाओं को आराम देने में मदद करता है, जिससे रक्तचाप कम होता है। बादाम, काजू, पालक और ब्रोकली मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत हैं।

काला नमक या सेंधा नमक कौन सा बेहतर है?

  • काला नमक: काला नमक में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
  • सेंधा नमक: सेंधा नमक में कई प्रकार के खनिज होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

कौन सा नमक चुनना है?

दोनों ही नमक सामान्य टेबल नमक के स्वस्थ विकल्प हो सकते हैं। हालांकि, हाई बीपी के मरीजों को काला नमक थोड़ा अधिक फायदेमंद लग सकता है क्योंकि इसमें पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है।

ध्यान रखें:

  • किसी भी तरह का नमक का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
  • हाई बीपी के मरीजों को अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • आहार में बदलाव के साथ-साथ नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन भी हाई बीपी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

निष्कर्ष:

काला नमक और सेंधा नमक दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हाई बीपी के मरीजों के लिए काला नमक थोड़ा अधिक फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, किसी भी तरह के नमक का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

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