भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को राष्ट्रवादी विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि ‘अंत्योदय’ के उनके मंत्र का अनुसरण कर वर्तमान केंद्र सरकार पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रखर राष्ट्रभक्त और एकात्म मानववाद के प्रणेता, महान राजनीतिक चिंतक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का उनकी जयंती पर वंदन करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय आजीवन राजनीति में शुचिता व पारदर्शिता के लिए संकल्पित रहे और उनके अंत्योदय के विचार से सामाजिक समरसता को बल मिला।
उन्होंने कहा, ‘‘देश के गौरवशाली अतीत से प्रेरणा लेकर उज्ज्वल भविष्य के निर्माण पर बल देने वाले दीनदयाल उपाध्याय के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रधानमंत्री मोदी विकास की पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचा रहे हैं।’’
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि एकात्म मानववाद के प्रणेता और उनकी पार्टी के प्रेरणा-पुंज पंडित दीनदयाल उपाध्याय का संपूर्ण जीवन राष्ट्रसेवा और जन-जन के उत्थान को समर्पित रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘आज उनकी जयंती पर शत-शत नमन करता हूं। ‘अंत्योदय’ के मंत्र से देश के वंचित वर्ग के उत्कर्ष और राष्ट्र की आत्मनिर्भरता के जो दृष्टांत उन्होंने प्रस्तुत किए हैं, हमारी सरकार उनका अनुकरण कर पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है।’’
नड्डा ने कहा कि उनका जीवन, मानव कल्याण व राष्ट्रोत्थान के लिए अनन्य समर्पण युगों तक भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं का पथ प्रशस्त करते रहेंगे।
भाजपा अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों और नेताओं ने पार्टी मुख्यालय में इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारत ही नहीं पूरे विश्व के सामने एक नया आर्थिक दर्शन प्रस्तुत किया और शुचिता एवं प्रामाणिकता को राजनीति में स्थापित किया। उनके विचार और उनका पूरा जीवन हम सबके लिए प्रेरणास्पद है। दीनदयालजी के प्रति मेरी विनम्र श्रद्धांजलि!’’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘‘अपने विचार और अपनी कर्तव्यनिष्ठा से पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारत की राजनीति में मौलिक आदर्श स्थापित किए। उनका संपूर्ण जीवन अंत्योदय के लिए समर्पित रहा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम दीनदयाल जी के विचार और आदर्शों पर चलकर अंत्योदय के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर हैं।’’
साल 1916 में मथुरा में जन्मे पंडित दीन दयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारी और भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे।
उपाध्याय, भाजपा की स्थापना के समय से ही इसके वैचारिक मार्गदर्शक और नैतिक प्रेरणा-स्रोत रहे हैं।
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