भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। नई सरकार के गठन के तहत रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी और उनके साथ 6 अन्य मंत्री भी शपथ ग्रहण करेंगे। यह ऐतिहासिक समारोह दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित किया जा रहा है।
बीजेपी ने अपने मंत्रिमंडल में हर वर्ग और समुदाय को उचित प्रतिनिधित्व देने की रणनीति अपनाई है। इसी के तहत प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, रविंद्र इंद्रराज और पंकज सिंह को मंत्री पद दिया गया है।
जानिए दिल्ली के नए मंत्रियों का सियासी सफर
1. प्रवेश वर्मा – पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे, अनुभवी राजनेता
प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल (आरके पुरम) से स्कूलिंग की और किरोड़ीमल कॉलेज से आर्ट में ग्रेजुएशन किया। बाद में उन्होंने इंटरनेशनल बिजनेस में MBA भी किया।
उनका सियासी करियर 2013 में महरौली विधानसभा सीट से शुरू हुआ, जहां उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगानंद शास्त्री को हराया। बाद में 2014 और 2019 में पश्चिमी दिल्ली से सांसद बने और अरविंद केजरीवाल को भी हराने में सफल रहे। अब वे दिल्ली सरकार में मंत्री के रूप में भूमिका निभाएंगे।
2. मनजिंदर सिंह सिरसा – अकाली दल से बीजेपी तक का सफर
मनजिंदर सिंह सिरसा पहले शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में थे, लेकिन 2021 में बीजेपी में शामिल हुए। उन्हें राजौरी गार्डन से टिकट मिला, जहां उन्होंने 55.8% वोटों के साथ जीत हासिल की।
सिरसा 2013-15 और 2017-20 तक दिल्ली विधानसभा के सदस्य रहे हैं। अब उन्हें बीजेपी सरकार में मंत्री पद मिला है।
3. कपिल मिश्रा – AAP से बीजेपी तक का सफर
कपिल मिश्रा पहले आम आदमी पार्टी (AAP) में थे, लेकिन 2017 में अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद उन्हें AAP से हटा दिया गया। बाद में 2019 में बीजेपी में शामिल हुए।
वह करावल नगर सीट से बीजेपी के टिकट पर जीते, जहां पार्टी ने सिटिंग विधायक का टिकट काटकर उन्हें मौका दिया। कपिल मिश्रा हिंदूवादी नेता के रूप में जाने जाते हैं और अब मंत्री के रूप में अपनी नई भूमिका निभाएंगे।
4. आशीष सूद – पहली बार विधायक, अब मंत्री
जनकपुरी से पहली बार विधायक बने आशीष सूद अब मंत्री पद की शपथ लेंगे। वह दिल्ली में पंजाबी समुदाय का बड़ा चेहरा माने जाते हैं।
उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े रहे। युवा मोर्चा में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई है।
5. रविंद्र इंद्रराज – दलित समुदाय से पहला मंत्री
बीजेपी ने दलित समुदाय को प्रतिनिधित्व देने के लिए बवाना विधानसभा सीट से विजयी रविंद्र इंद्रराज सिंह को मंत्री बनाया है।
रविंद्र ने AAP के जय भगवान उपकार को 31,475 वोटों से हराया और पहली बार विधायक बने। उनका सामाजिक और दलित उत्थान में सक्रिय योगदान रहा है।
6. पंकज सिंह – पूर्वांचली समुदाय के लिए अहम चेहरा
विकासपुरी सीट से जीतने वाले पंकज सिंह ने पहली बार विधायक बनते ही मंत्री पद हासिल किया है। उन्होंने AAP के महेंद्र यादव को 12,876 वोटों से हराया।
पंकज सिंह पूर्वांचली समुदाय से आते हैं और बीजेपी ने उन्हें पूर्वांचली वोटबैंक मजबूत करने के लिए मंत्री पद दिया है।
नई सरकार से क्या उम्मीदें?
बीजेपी की इस नई सरकार के सामने दिल्ली की पुरानी समस्याओं को हल करने की चुनौती होगी। बिजली-पानी संकट, ट्रैफिक जाम, प्रदूषण, और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार उनके प्रमुख एजेंडा में रहेंगे।
अब देखना होगा कि रेखा गुप्ता और उनकी टीम दिल्ली के विकास में क्या नए बदलाव लाती है!
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