करेला अपनी कड़वी मिठास के लिए मशहूर है, लेकिन यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक वरदान साबित हो सकता है। करेले में मौजूद चिरोटिन और विकोसिन जैसे तत्व ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। आज हम आपको बताएँगे कैसे बनाएं करेले का जूस और इसके फायदे।
करेले के जूस के फायदे
- ब्लड शुगर नियंत्रण: करेले में पाया जाने वाला चिरोटिन इंसुलिन की तरह काम करता है और ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है।
- पाचन में सुधार: करेले का जूस पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
- वजन घटाने में मदद: करेला कैलोरी में कम होता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
- इम्यूनिटी बूस्टर: करेले में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं और बीमारियों से बचाते हैं।
करेले का जूस बनाने की विधि
सामग्री:
- 2-3 करेले
- 1 इंच अदरक
- पानी (स्वादानुसार)
- नींबू का रस (वैकल्पिक)
विधि:
- करेले को अच्छी तरह धोकर बीज निकाल लें।
- करेले और अदरक को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
- एक ब्लेंडर में कटे हुए करेले, अदरक और पानी डालकर अच्छी तरह ब्लेंड करें।
- अगर आप चाहें तो इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
- जूस को छानकर एक गिलास में निकाल लें।
कैसे लें:
- आप इस जूस को रोजाना सुबह खाली पेट ले सकते हैं।
- आप इसे दिन में दो बार भी ले सकते हैं।
- जूस का स्वाद कड़वा होता है, इसलिए आप इसमें थोड़ी सी शहद मिला सकते हैं।
सावधानियां
- करेले का जूस सभी के लिए उपयुक्त नहीं होता है। अगर आपको कोई एलर्जी है तो इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को करेले का जूस लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- अगर आप कोई अन्य दवा ले रहे हैं तो करेले का जूस लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
ध्यान दें: करेले का जूस एक प्राकृतिक उपचार है और यह किसी भी दवा का विकल्प नहीं है। डायबिटीज के इलाज के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।
अन्य घरेलू उपाय:
- मेथी के बीज
- दालचीनी
- अजवाइन
- लहसुन
इन सभी चीजों का सेवन भी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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