त्रिपुरा विधानसभा ने बुधवार को उस विधेयक को सर्वसम्मति से पारित कर दिया, जिसमें मुख्यमंत्री, मंत्रियों, सदन के अध्यक्ष और विधायकों के वेतन, भत्तों और पेंशन में लगभग 100 फीसदी की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव है।
विधेयक में मुख्यमंत्री को 97,000 रुपये का मासिक वेतन और 13,000 रुपये का सत्कार भत्ता, जबकि मंत्रियों और विपक्ष के नेता को 12,000 रुपये प्रति माह के भत्ते के साथ 95,000 रुपये वेतन तथा विधायकों को 12,000 रुपये प्रति माह के भत्ते के साथ 93,000 रुपये वेतन देने का प्रावधान किया गया है।
संसदीय कार्य मंत्री ने इस बढ़ोतरी को सही ठहराते हुए कहा कि वृद्धि के बावजूद त्रिपुरा के विधायकों का वेतन देश में सबसे कम है। उन्होंने कहा, “हमने छह साल बाद संशोधन का प्रस्ताव रखा है। हमारे विधायक राज्य के विकास में योगदान दे रहे हैं और उन्हें सरकार से उचित समर्थन मिलना चाहिए।”