कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत पर बृहस्पतिवार को दुख जताया और आरोप लगाया कि प्रदेश की ‘‘मौकापरस्त डबल सरकार’’ सैकड़ों लोगों की जान लेने के लिए जिम्मेदार है।
उन्होंने यह दावा भी किया कि बिहार सरकार अवैध शराब के क़ारोबार को रोकने में विफ़ल साबित हुई है।
बिहार के सीवान और सारण जिलों में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से बुधवार को छह लोगों की मौत हो गई थी और कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
खरगे ने कहा, ‘‘बिहार के सीवान और सारण के 16 गांवों में जहरीली शराब से अब तक 36 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जो बेहद पीड़ादायक और दुखद है। पीड़ितों के शोकाकुल परिजनों को हमारी गहरी संवेदनाएं। सरकार से अनुरोध है कि दोषियों को न्यायसंगत कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवाई जाए।’’
उन्होंने कहा कि इससे पहले और भी ज़िलों में लगातार अवैध शराब से कई लोगों ने जान गंवाई है जो बताता है कि बिहार सरकार अवैध शराब के क़ारोबार को रोकने में कितनी विफ़ल है।
खरगे के अनुसार, ‘‘अप्रैल 2023 में मोतिहारी में ज़हरीली शराब के सेवन से 26 लोगों की मृत्यु हुई थी। दिसंबर, 2022 में छपरा में 71 लोगों की जान चली गई थी और दर्जनों लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी। मार्च, 2022 में बांका में 12 लोगों की मृत्यु हुई। नवंबर, 2021 में गोपालगंज, बेतिया और मुजफ्फरपुर में ज़हरीली शराब पीने से 43 लोगों की मृत्यु हो गई थी।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने कहा था कि ‘मेरे ज़िंदा रहते बिहार में नहीं बिकेगी शराब’, शराबबंदी तो लागू हो गई, पर अवैध शराब का ग़ैरकानूनी क़ारोबार क्यों चालू है?’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बिहार में मौकापरस्त डबल सरकार सैकड़ों लोगों की जान लेने के लिए ज़िम्मेदार है।
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