बहुत सी आदते ऐसी होती हैं जिनकी तरफ हमारा ध्यान नहीं जाता है। इसी तरह से पानी पीते समय ज्यातादर लोगों को इस बात से कोई मतलब नहीं होता कि वो खड़े होकर पानी पी रहे हैं या बैठकर। आमतौर पर लोग जल्दबाजी के चक्कर में खड़े होकर ही पानी पीते हैं। लेकिन, वो इस बात को भूल जाते हैं कि ऐसा करना सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। आज हम आपको बताएंगे कि खड़े होकर पानी पीना आपके सेहत के लिए किस तरह से घातक साबित हो सकता है। साथ ही हम आपको ये भी बताएंगे कि पानी पीना का सही तरीका क्या है?आज हम आपको बताएँगे खड़े होकर पानी पीने से क्या होता है ।
खड़े होकर पानी पीने से क्या होता है?
जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तब आपकी नसें तनाव में आ जाती हैं। नसों के तनाव में आने से शरीर का फाइट सिस्टम एक्टिव हो जाता है और इससे शरीर को किसी खतरे का अंदेशा होने लगता है। इसके अलावा खड़े होकर पानी पीने से विंड पाइप और फूड पाइप में ऑक्सीजन की कमी होना का खतरा भी बना रहता है।
खड़े होकर पानी पीने से इन बीमारियों का रहता है खतरा
पेट की बीमारी
खड़े होकर पानी पीने से तेजी से पानी गले में मौजूद फूड पाइप से होते हुए पेट में जाता है। ये आसपास के अंगों और पेट को नुकसान पहुंचाता है। जो पाचन क्रिया को बिगाड़ता है जिससे पेट की बीमारी हो सकती है।
किड़नी से जुड़ी समस्याएं
किडनी का काम पानी को सही ढंग से छानना होता है। जब खड़े होकर पानी पीते हैं तो ये अपना काम ठीक तरह से नहीं कर पाती है। जिसके चलते पानी सही तरह से नहीं छन पाता है। ऐसा होने से यूरीन भी साफ नहीं आता और गंदगी किडनी में ही स्टरो हो जाती है। जिसके बाद किडनी की समस्या, यूरीन में इंफेक्शन और जलन महसूस होती है।
अपच की समस्या
जब बैठे होते हैं तो मसल्स और नर्वस सिस्टम रिलैक्स होती हैं। पानी आसानी से पच जाता है। जबकि खड़े होकर इसे पीने से अपच की समस्या पैदा होती है।
जोड़ो के दर्द की परेशानी
खड़े होकर पानी पीने से पानी सीधा घुटनों में उतरता है। यानी जोड़ों में मौजूद तरल पदार्थों का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे जोड़ों के दर्द की समस्या होने लगती है।
ये तो हो गई खड़े होकर पानी ना पीने की बात। अब बहुत से लोगों के मन में ये सवाल भी जरूर उठ रहा होगा कि अगर खड़े होकर पानी पीने के इतने नुकसान हैं तो बैठकर पानी पीने से क्या फायदा हो सकता है।
- बैठकर पानी पीने के फायदे
- बैठकर पानी पीने से पानी सही तरीके से पचता है और सेल्स तक पहुंचता है। जितने पानी की शरीर को जरूरत होती है
- उसे सोखकर बाकी का पानी यूरीन के जरिए शरीर से बाहर निकलता है।
- पानी, खून में हानिकारक तत्वों को घुलने नहीं देता। उल्टा ये खून साफ करता है। घूंट-घूंटकर जब पानी पीते हैं तो इससे पेट में एसिड का लेवल नहीं बढ़ता और खराब एसिड शरीर से बाहर निकल जाता है।
नोट- ऊपर दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान के लिए है। इसमें किसी डॉक्टर की सलाह नहीं ली गई है। इसलिए ज्यादा जानकारी के लिए चिकित्सक से जरूर संपर्क करें।
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