बीसी जिंदल समूह 2.5 अरब डॉलर के निवेश के साथ अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में करेगा प्रवेश

बीसी जिंदल समूह ने भारत के अक्षय ऊर्जा (आरई) क्षेत्र में प्रवेश की बृहस्पतिवार को घोषणा की। उसकी इसमें अगले पांच साल में 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर निवेश करने की योजना है।

कंपनी के बयान के अनुसार, ओडिशा के अंगुल में 1,200 मेगावाट ताप विद्युत उत्पादन के मौजूदा खंड के साथ बीसी जिंदल समूह ने उसके अक्षय उद्यम के लिए एक समर्पित इकाई की स्थापना की है। बयान में कहा गया, समूह अगले पांच वर्षों में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में करीब 2.5 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहा है।

भारत का अग्रणी समूह बीसी जिंदल समूह अक्षय ऊर्जा उत्पादन और सौर सेल व मॉड्यूल विनिर्माण व्यवसायों की देखरेख करेगा। इसमें कहा गया, जिंदल इंडिया रिन्यूएबल एनर्जी (जेआईआरई) का लक्ष्य सौर, पवन, हाइब्रिड और एफडीआरई मोड से पांच गीगावाट बिजली उत्पन्न करना है।

जेआईआरई के कार्यकारी निदेशक पुनीत गुप्ता ने कहा, ‘‘भारत की वर्तमान ऊर्जा आवश्यकता को पूरा करने के लिए ‘ब्राउन एनर्जी’ अब भी प्रमुख है… हमारा लक्ष्य अपनी मौजूदा बिजली कंपनी की ताकत का लाभ उठाकर अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में एक प्रमुख इकाई के तौर पर काम करना है…’’

जेआईआरई, बीसी जिंदल समूह के अंतर्गत काम करती है। इसकी स्थापना 1952 में बीसी जिंदल ने की थी।

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