सर्दियों में कई लोग ठंडे पानी से नहाने का आनंद लेते हैं, जिससे उन्हें ताजगी का अहसास होता है और दिनभर की थकान भी दूर हो जाती है। हालांकि, ठंडे पानी से नहाने के कुछ स्वास्थ्य जोखिम भी हो सकते हैं, जिनमें सबसे गंभीर खतरा ब्रेन स्ट्रोक का है। ठंडे पानी से नहाने से शरीर पर अचानक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि यह कैसे आपकी सेहत को प्रभावित कर सकता है, खासकर ब्रेन स्ट्रोक के मामले में।
ब्रेन स्ट्रोक क्या है?
ब्रेन स्ट्रोक तब होता है जब दिमाग तक जाने वाला रक्त प्रवाह अचानक रुक जाता है या धीमा हो जाता है। इस कारण से दिमाग के कुछ हिस्सों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जो जीवन के लिए खतरनाक स्थिति हो सकती है। स्ट्रोक की स्थिति में व्यक्ति को तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है, क्योंकि समय पर उपचार न मिलने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है।
ठंडे पानी से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कैसे बढ़ता है?
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अजय कुमार का कहना है कि जब आप ठंडे पानी को सीधे सिर पर डालते हैं, तो दिमाग की नसें अचानक सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट उत्पन्न हो सकती है। इसके कारण दिमाग तक रक्त का प्रवाह बाधित होता है और यह ब्रेन स्ट्रोक का कारण बन सकता है। ठंडे पानी से नहाने का प्रभाव शरीर के तापमान पर भी पड़ता है, जिससे यह अचानक कम हो जाता है। इससे शरीर में कमजोरी, थकान, चक्कर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
ठंडे पानी से नहाने का सही तरीका
अगर आप ठंडे पानी से नहाने के शौकिन हैं, तो इसे सही तरीके से करना बेहद जरूरी है, ताकि आपके शरीर पर इसका विपरीत असर न पड़े। डॉ. अजय कुमार सलाह देते हैं कि ठंडे पानी से नहाने के दौरान इसे सीधे सिर पर न डालें। इसके बजाय, शरीर के अन्य हिस्सों जैसे हाथ, पैरों और पीठ पर पानी डालना ज्यादा सुरक्षित होता है। इस प्रकार, शरीर का तापमान धीरे-धीरे कम होता है और फिर सिर पर पानी डाला जा सकता है। इससे शरीर का तापमान संतुलित रहता है और ठंडे पानी का असर धीरे-धीरे महसूस होता है।
ठंडे पानी से नहाने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
इम्यूनिटी और सेंसिटिविटी: अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है या आप ठंड के प्रति ज्यादा संवेदनशील हैं, तो ठंडे पानी से नहाना आपके लिए स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। सर्दी, बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं और शरीर की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज: यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर (High BP) या हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं हैं, तो ठंडे पानी से नहाना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। इस स्थिति में शरीर में अचानक तापमान में बदलाव से हृदय पर दबाव बढ़ सकता है, जो दिल के दौरे या स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
नहाने का तरीका: यदि आपको ठंडा पानी सही नहीं लगता है, तो गुनगुने पानी से स्नान करें। यह न केवल आपके शरीर के लिए आरामदायक होता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद रहता है। गुनगुना पानी शरीर के तापमान को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है और इससे आपके स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता।
निष्कर्ष
ठंडे पानी से नहाने से ताजगी का अहसास होता है, लेकिन यह शरीर के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है, खासकर यदि आप पहले से ही किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं। ब्रेन स्ट्रोक और अन्य गंभीर समस्याओं से बचने के लिए ठंडे पानी से नहाने का तरीका सही होना चाहिए। यदि आपको ठंडे पानी से नहाना पसंद नहीं है, तो गुनगुने पानी का सेवन करें और अपनी सेहत का ख्याल रखें।
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