बच्चों में पीठ और पैर दर्द: जाने क्या हैं इसके मुख्य कारण और इसके इलाज

बच्चों में पीठ और पैर का दर्द एक आम शिकायत है, लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। कई बार यह सामान्य थकान या खेलकूद के कारण होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।

क्या बच्चों में गठिया हो सकता है?

हाँ, बच्चों में भी गठिया हो सकता है, हालांकि यह वयस्कों की तुलना में कम आम है। बच्चों में गठिया के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से कुछ जन्मजात होते हैं और कुछ विकसित होने के बाद होते हैं।

बच्चों में गठिया के लक्षण:

  • जोड़ों में दर्द, सूजन या लालिमा
  • सुबह के समय जोड़ों में कड़ापन
  • चलने में कठिनाई
  • थकान
  • बुखार
  • वजन कम होना

बच्चों में पीठ और पैर के दर्द के अन्य कारण:

  • विकास संबंधी दर्द: बढ़ने की उम्र में बच्चों को अक्सर हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द होता है।
  • चोट: खेलकूद या गिरने से चोट लगने के कारण भी दर्द हो सकता है।
  • संक्रमण: कुछ संक्रमण जैसे कि स्ट्रेप थ्रोट या मोनोन्यूक्लिओसिस के कारण भी जोड़ों में दर्द हो सकता है।
  • कैंसर: हालांकि दुर्लभ है, लेकिन कैंसर भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है।

कब डॉक्टर को दिखाएं:

  • अगर दर्द तीव्र है और दवा से कम नहीं हो रहा है।
  • अगर दर्द के साथ बुखार, वजन कम होना या अन्य लक्षण भी हैं।
  • अगर बच्चा चलने में असमर्थ है।
  • अगर दर्द लगातार बढ़ रहा है।

बच्चों में गठिया का निदान:

डॉक्टर बच्चे का शारीरिक परीक्षण करेंगे और मेडिकल हिस्ट्री लेंगे। इसके अलावा, वे कुछ परीक्षण भी कर सकते हैं जैसे कि:

  • रक्त परीक्षण: संक्रमण या सूजन की जांच के लिए।
  • एक्स-रे: हड्डियों में किसी भी असामान्यता की जांच के लिए।
  • अल्ट्रासाउंड: जोड़ों में सूजन की जांच के लिए।
  • एमआरआई: जोड़ों और आसपास के ऊतकों की अधिक विस्तृत छवियां प्राप्त करने के लिए।

बच्चों में गठिया का इलाज:

बच्चों में गठिया का इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में दवाएं, थेरेपी या सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

निष्कर्ष:

बच्चों में पीठ और पैर का दर्द गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। इसलिए, अगर आपके बच्चे को लगातार दर्द हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करें। जितनी जल्दी इसका इलाज किया जाएगा, उतने ही बेहतर परिणाम मिलेंगे।

अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

यह भी पढ़ें:-

योग से बॉडी और माइंड डिटॉक्स: जानें इसके फायदे और कुछ प्रभावी योगासन