महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने रविवार को कहा कि पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या राज्य के लिए चौंकाने वाली और शर्मनाक है। उन्होंने दावा किया कि मुंबई में अराजकता व्याप्त है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के महाराष्ट्र अध्यक्ष जयंत पाटिल ने पूछा कि जब सत्तारूढ़ गठबंधन का नेता ही सुरक्षित नहीं है तो सरकार आम आदमी को कैसे सुरक्षित रख सकती है?
पाटिल ने एक बयान में कहा कि राज्य में इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक ने पुलिस थाने में गोलीबारी की थी, जबकि एक पूर्व पार्षद की ‘फेसबुक लाइव’ सत्र के दौरान हत्या कर दी गई थी।
कांग्रेस ने सिद्दीकी की हत्या को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की।
पुलिस के अनुसार, मुंबई में बांद्रा के खेर नगर इलाके में बाबा सिद्दीकी के बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर शनिवार रात तीन लोगों ने उन्हें गोली मार दी थी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
इस घटना के बाद विपक्ष महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सवाल उठा रहा है। राज्य में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है।
पाटिल ने कहा कि सिद्दीकी की हत्या राज्य के लिए “चौंकाने वाली और शर्मनाक” है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार जारी हैं, जबकि पुणे जैसे शहर में गैंगवार आम बात हो गई है। यह साफ हो गया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। अगर सत्तारूढ़ गठबंधन का नेता ही सुरक्षित नहीं है तो सरकार आम आदमी को कैसे सुरक्षित रख सकती है?’’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि सिद्दीकी का त्रासद अंत चौंका देने वाला है, जिसे शब्दों में भी बयां नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, ‘‘दुःख की इस घड़ी में मैं उनके परिवार, मित्रों और समर्थकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। उनके परिवार को न्याय मिलना चाहिए और वर्तमान महाराष्ट्र सरकार को इस घटना की गहन और पारदर्शी जांच का आदेश देना चाहिए। दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। जवाबदेही सर्वोपरि है।’’
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने दावा किया कि सिद्दीकी की हत्या से पता चलता है कि ‘‘मुंबई में पूरी तरह अराजकता व्याप्त है।’’
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कानून का राज खत्म हो गया है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।’’
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि इस हत्या से साबित हो गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
कांग्रेस नेता ने मुंबई पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में दावा किया कि सिद्दीकी को 15 दिन पहले जान से मारने की धमकी मिली थी और उनके हत्यारे 19 से 20 साल के हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसका साजिशकर्ता कौन है? कुछ दिन पहले एक फिल्म अभिनेता के घर के बाहर गोलीबारी हुई थी। क्या सिद्दीकी की हत्या और उस गोलीबारी के बीच कोई संबंध है?’’
वडेट्टीवार ने कहा कि सिद्दीकी को ‘वाई श्रेणी’ की सुरक्षा दी गई थी, जो उनकी सुरक्षा करने में विफल रही। उन्होंने पूर्व पार्षद अभिषेक घोसालकर की हत्या का भी जिक्र किया। इस वर्ष की शुरुआत में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह घटना मुंबई पुलिस की छवि को शोभा नहीं देती है। मैं पुलिस से आग्रह करता हूं कि ऐसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकने के लिए कदम उठाए जाएं।’’
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने उपमुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर देवेंद्र फडणवीस इस्तीफा नहीं देते हैं तो राज्यपाल को उनका इस्तीफा मांगना चाहिए।’’
राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर पुलिस के कामकाज में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया और दावा किया कि फडणवीस कुछ नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले कभी भी राज्य का गृह विभाग अपने कर्तव्यों को पूरा करने मे विफल नहीं हुआ था।’’
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने आरोप लगाया कि हालांकि मुंबई में गैंगवार कुछ साल पहले समाप्त हो गया था, लेकिन सरकार में गैंगवार चल रही है।
शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि सिद्दीकी पूर्व मंत्री और तीन बार विधायक रह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि क्या मुंबई में कोई कानून-व्यवस्था बची है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने पूछा, ‘‘यदि सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति का ऐसा अंजाम होगा तो आम लोग कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे?’’
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