एसिडिटी और सीने की जलन पेट से संबंधित आम समस्याएं हैं जो अपच, मसालेदार भोजन खाने, कैफीन या शराब का सेवन करने, धूम्रपान करने और तनाव जैसी कई वजहों से हो सकती हैं।
आयुर्वेद में इन समस्याओं से राहत पाने के लिए कई प्राकृतिक उपचार हैं, जिनमें हर्बल जूस का सेवन भी शामिल है।
यहां कुछ आयुर्वेदिक जूस दिए गए हैं जो एसिडिटी और सीने की जलन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं:
- एलोवेरा जूस:
- एलोवेरा जूस में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-एसिड गुण होते हैं जो पाचन तंत्र को शांत करने और पेट में जलन को कम करने में मदद करते हैं।
- रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास एलोवेरा जूस पिएं।
- तुलसी जूस:
- तुलसी जूस में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं।
- रोजाना सुबह खाली पेट एक चम्मच तुलसी का रस एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं।
- अदरक जूस:
- अदरक जूस में एंटी-इंफ्लेमेटरी और पाचक गुण होते हैं जो पाचन क्रिया में सुधार करने और एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं।
- एक इंच अदरक का टुकड़ा को कद्दूकस करके एक गिलास पानी में मिलाकर उबालें। छानकर ठंडा होने दें।
- रोजाना सुबह खाली पेट पिएं।
- पुदीना जूस:
- पुदीने में शीतलन और पाचक गुण होते हैं जो पेट को ठंडा रखने और एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं।
- मुट्ठी भर पुदीने की पत्तियों को एक गिलास पानी में मिलाकर उबालें। छानकर ठंडा होने दें।
- रोजाना खाने के बाद पिएं।
- जीरा जूस:
- जीरे में एंटी-स्पाज्मोडिक और पाचक गुण होते हैं जो पेट की गैस और अपच को कम करने में मदद करते हैं।
- एक चम्मच जीरे को रात भर पानी में भिगो दें।
- सुबह पानी को छानकर पिएं।
इन जूस के अलावा, आप एसिडिटी और सीने की जलन से राहत पाने के लिए निम्नलिखित उपाय भी कर सकते हैं:
- हल्का और पौष्टिक भोजन खाएं।
- मसालेदार, तले हुए और चिकनाई वाले भोजन से बचें।
- कैफीन, शराब और कार्बोनेटेड पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें।
- धूम्रपान न करें।
- तनाव कम करें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- पर्याप्त नींद लें।
यदि एसिडिटी और सीने की जलन का लक्षण गंभीर है या बार-बार होता है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
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