गुजरात टाइटंस के हेड कोच आशीष नेहरा हमेशा अपनी रणनीति में कुछ नया और चौंकाने वाला करते हैं, और यही बात उन्हें IPL का सबसे दिलचस्प कोच बनाती है। 6 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में उन्होंने एक और मास्टरस्ट्रोक चला – और इस बार मोहरा बने वाशिंगटन सुंदर।
पहली बार मैदान में उतरे सुंदर, सीधे नंबर 4 पर भेजे गए
IPL 2025 में गुजरात के लिए पहला मैच खेल रहे थे वाशिंगटन सुंदर। ऑफ स्पिनर के तौर पर उन्हें टीम में शामिल किया गया था, खासकर SRH के बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ध्यान में रखते हुए। लेकिन नेहरा जी ने उन्हें गेंदबाजी नहीं कराई, क्योंकि सिराज और साई किशोर मिलकर शानदार काम कर रहे थे।
इसके उलट, नेहरा ने सबको चौंकाते हुए सुंदर को बल्लेबाजी में प्रमोट कर दिया – नंबर 4 पर।
साई सुदर्शन- बटलर के आउट होते ही मैदान में उतरे सुंदर
गुजरात टाइटंस को 153 रन का लक्ष्य मिला था। लेकिन शुरुआत खराब रही – सिर्फ 16 रन पर दो विकेट गिर चुके थे। साई सुदर्शन और जॉस बटलर, जो खुद वाशिंगटन सुंदर के बचपन के दोस्त हैं, जल्दी आउट हो गए।
ऐसे में सुंदर को क्रीज पर भेजा गया। और फिर उन्होंने दिखाया कि वो सिर्फ गेंद से नहीं, बल्ले से भी ‘सुंदर’ खेल सकते हैं।
29 गेंदों में तूफानी 49 रन, बस एक रन से चूके फिफ्टी
सुंदर ने पावरप्ले के आखिरी ओवर में आते ही सिमरजीत सिंह के ओवर में 2 छक्के और 2 चौके जड़ दिए। उनके बल्ले से शॉट्स ऐसे निकल रहे थे जैसे पुराना खिलाड़ी खेल रहा हो। उन्होंने सिर्फ 29 गेंदों में 49 रनों की तेज पारी खेली।
भले ही वो 1 रन से अपनी पहली IPL फिफ्टी से चूक गए, लेकिन उन्होंने मैच की दिशा पूरी तरह बदल दी।
रदरफोर्ड का धमाका, गिल का क्लास
सुंदर के बाद आए इम्पैक्ट प्लेयर रदरफोर्ड ने भी ताबड़तोड़ शॉट्स खेले। वहीं कप्तान शुभमन गिल ने इस सीजन की पहली फिफ्टी लगाते हुए टीम को जीत की ओर ले गए।
नतीजा ये हुआ कि गुजरात टाइटंस ने 16.4 ओवर में ही मुकाबला जीत लिया, और इसमें बड़ा रोल रहा आशीष नेहरा के मास्टरस्ट्रोक का।
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