पूर्व मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को आयुष्मान भारत योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने दावा किया कि सीएजी ने इस योजना में अनियमितताओं को चिन्हित किया है और दिल्ली में आयुष्मान भारत से बेहतर स्वास्थ्य सेवा योजनाएं हैं। केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में लोगों को मुफ्त इलाज मिलता है, भले ही इलाज का खर्च 20 लाख रुपये या उससे अधिक हो।
केजरीवाल की यह प्रतिक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली और पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना के क्रियान्वयन में कमी पर नाराजगी जताने के एक दिन बाद आई है।
इससे पहले, आम आदमी पार्टी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी पर आलोचना की कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल सरकारों ने “राजनीतिक हितों” के चलते आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू नहीं किया है। मंगलवार को नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “मैं दिल्ली और पश्चिम बंगाल के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों से माफी मांगता हूं। मैं आपका दर्द समझता हूं, लेकिन राज्य सरकार के फैसलों के कारण मैं आपकी मदद नहीं कर सकता।”
पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना को “घोटाला” करार दिया और कहा कि पीएम को दिल्ली के स्वास्थ्य मॉडल का अध्ययन करना चाहिए।
कक्कड़ ने कहा, “AAP के लिए स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। हमने स्वास्थ्य का ऐसा मॉडल पेश किया है कि कोफी अन्नान (पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासचिव) ने हमारी सराहना की और पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत के तहत घोटाला पेश किया… सीएजी को इस धोखाधड़ी के बारे में बोलना चाहिए।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को अरविंद केजरीवाल के दिल्ली स्वास्थ्य मॉडल की जांच करनी चाहिए और इसे पूरे देश में लागू करना चाहिए। प्रवक्ता ने दावा किया कि आयुष्मान भारत में शामिल 27,000 अस्पतालों में से 7,000 केवल कागजों पर मौजूद हैं और 4,000 हॉस्पिटल ने इस प्लान के तहत किसी भी पेशेंट को भर्ती नहीं किया है।