भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने रविवार को चौखंबा-3 चोटी से दो विदेशी अल्पाइन पर्वतारोहियों को रेस्क्यू किया। इसके कुछ घंटों बाद, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल ऑपरेशन के लिए जवानों की सराहना की।
राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “हमें हमारे सशस्त्र बलों पर गर्व है जिन्होंने चौखंबा-3 शिखर (चोटी) पर अभियान के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम की दो महिला अल्पाइन पर्वतारोहियों के लिए अद्भुत बचाव और निकासी ऑपरेशन किया।”
उन्होंने आगे लिखा, “हमारे सशस्त्र बलों ने दिखा दिया है कि वे अपने और दूसरे देशों के लोगों की सुरक्षा के लिए कितने समर्पित हैं। उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर राष्ट्रीय और राज्य प्रशासन के साथ मिलकर जल्दी और सुरक्षित तरीके से अपने काम को पूरा किया।”
60 घंटे से अधिक लंबे ऑपरेशन के बाद, अमेरिका और ब्रिटेन की दो महिला अल्पाइन पर्वतारोहियों को उत्तराखंड के चमोली जिले में चौखंबा-3 शिखर से रेस्क्यू किया गया है।
समुद्र तल से 18 हजार 500 फीट की चुनौतीपूर्ण ऊंचाई पर भारतीय वायुसेना के चीता पायलट ने पर्वतारोहियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की।
चमोली आपदा प्रबंधन विभाग को गुरुवार को भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (आईएमएफ) से एक अलर्ट मिला। जिसमें बताया गया था कि दो पर्वतारोही चौखंबा शिखर पर 6 हजार 15 मीटर की ऊंचाई पर फंसे हुए हैं। इसके बाद उनकी तलाश शुरू की गई थी।
दोनों विदेशी पर्वतारोहियों ने 6 हजार 995 मीटर ऊंची शिखर चौखंबा-3 पर ट्रैकिंग अभियान के लिए भारतीय पर्वतारोहण संघ से अनुमति ली थी। 11 सितंबर को शुरू हुआ पर्वतारोहियों का अभियान 18 अक्टूबर को समाप्त होने वाला था, लेकिन वे चढ़ाई के दौरान फंस गए थे।
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