कपूर का इस्तेमाल हर घर में होता है हम पूजा पाठ के लिए इसका इस्तेमाल करते है। ये हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा भी होता है. इसको हम घरों में इस्तेमाल करते है और पूजास्थलों में भी इसको इस्तेमाल किया जाता है।आपको बता दें की इसके लावा भी इसके कई उपयोग होते है जैसे की इसके औषधीय गुण भी होते है। प्राचीन काल से ही कपूर का उपयोग बीमारियों के इलाज और धार्मिक उद्देश्यों के लिए किया गया है. कपूर एक पेड़ से मिलता है. इस पेड़ के चीन, जापान में सबसे पहले उगाए जाने के संकेत मिलते हैं. भारत में कपूर देहरादून, सहारनपुर, नीलगिरि और मैसूर आदि जगहों पर इसके पेड़ उगाया जाता है. आइए जानते है इसके फायदे के बारे में,
जोड़ों का दर्द
जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से परेशान लोगों के लिए कपूर ठीक कर सकते हैं. कपूर में वार्मिंग सेंसेशन होता है, यह नसों के विचलन को कम करता है आपको दर्द से राहत देता है. ऐंठन के लिए, आपको गुनगुने तिल के तेल में कपूर को मिलकर इस्तेमाल करने से राहत मिलती है.
खुजली
खुजली वाली त्वचा कपूर को इस्तेमाल करने से राहत मिलती है. ये यह रोम छिद्रों द्वारा अवशोषित हो जाता है और आपकी त्वचा को ठंडक पहुंचाता है. नारियल तेल में पिसे हुए कपूर को मिक्स करके इस मिश्रण को खुजली वाली जगह पर लगाने से राहत मिलती है।
खाँसी
कफ को दूर करने के लिए कपूर काफी लोकप्रिय है। इसमें छाती और नाक को साफ करने की क्षमता होती है. कपूर तेल की गंध जो एक रेस्पिरेटरी पैसेज को खोलती है. कपूर और घी को मिलाकर छाती पर धीरे से रगड़ें.इससे खांसी में राहत मिलती है।
बालों के लिए भी है लाभदायक
नारियल के तेल और कपूर की मालिश करने से स्वस्थ बाल मिलते है. नारियल के तेल ने बालों के नुकसान नहीं होने देता है, रूसी को कम करने और कंडीशनर के रूप में काम किया है.
जलन
त्वचा के जल जाने पर कपूर का उपयोग करें. यह जली हुई त्वचा को ठीक करने में मदद करता है. दर्द या जलन बल्कि घावों से मुक्त करता है. यह निशान को हल्का करता है. यह जलने पर त्वचा को ठंडक प्रदान करता है.
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