जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल की पत्नी अनीता गोयल का निधन हो गया. वह लंबे समय से कैंसर से जूझ रही थी और इलाज के दौरान गुरुवार को तड़के 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. आखिरी समय में उनके पति नरेश गोयल उनके साथ में रहे. दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद नरेश गोयल को बीते दिनों अपनी पत्नी से मुलाकात के लिए सशर्त जमानत दी गई थी. उन्होंने कोर्ट के सामने गुहार लगाई थी कि उनकी पत्नी कैंसर जैसी घातक बीमारी से पीड़ित हैं और पत्नी के साथ रहना चाहते हैं. गौरतलब है कि नरेश गोयल खुद भी कैंसर से जूझ रहे हैं.
नरेश गोयल की पत्नी अनीता गोयल का निधन सुबह मुंबई के एक अस्पताल में हुआ और उनका अंतिम संस्कार आज दिन में मुंबई में होगा. गोयल फैमिली में अनीता गोयल के बाद उनके पति और दो बच्चे नम्रता और निवान गोयल हैं. बता दें इस महीने की शुरुआत में, नरेश गोयल ने अपनी पत्नी के साथ रहने के लिए मेडिकल और मानवीय आधार पर बॉम्बे हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत मांगी थी और उन्हें तमाम शर्तों के साथ बेल दे दी गई थी.
6 मई को जमानत पर बाहर आये थे नरेश गोयल
बीते छह मई को जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट से 2 महीने की अंतरिम मेडिकल बेल मिल गई थी. हालांकि, उनके मुंबई से बाहर जाने पर रोक लगाई गई थी. बॉम्बे हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति एनजे जामदार की एकल-न्यायाधीश पीठ ने केनरा बैंक से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को दो महीने की अंतरिम जमानत देते हुए जमानत राशि के साथ 1 लाख रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया है.
डॉक्टरों ने दिया था कुछ महीने का समय
नरेश गोयल को दो महीने की जमानत देते हुए न्यायमूर्ति एनजे जामदार की पीठ ने कहा कि उन्होंने चिकित्सा और मानवीय आधार पर अंतरिम जमानत मांगी थी, क्योंकि वह और उनकी पत्नी अनीता गोयल दोनों कैंसर से पीड़ित हैं. सुनवाई के दौरान गोयल की ओर से पेश वकील हरीश साल्वे ने कहा दलील देते हुए कहा था कि उनके खिलाफ आरोप गंभीर हो सकते हैं, लेकिन जमानत पूरी तरह से मानवीय आधार पर मांगी जा रही है. गोयल की पत्नी अनीता गोयल कैंसर से पीड़ित हैं और साल्वे ने दावा किया था कि उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उन्हें जीने के लिए केवल “कुछ महीने” का समय दिया है.
538 करोड़ की हेरा-फेरी में गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ED) के वकीलों की ओर से नरेश गोयल को जमानत दिए जाने का विरोध किया गया था. हालांकि, उनके अस्पताल में भर्ती होने की अवधि बढ़ाए जाने पर ईडी ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी. गौरतलब है कि 74 वर्षीय व्यवसायी नरेश गोयल को को सितंबर 2023 में ईडी ने गिरफ्तार किया था, जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग की थी और केनरा बैंक द्वारा जेट एयरवेज को दिए गए 538.62 करोड़ रुपये के ऋण की हेराफेरी की थी.