टीवी सीरियल ‘क्राइम पेट्रोल’ देखने के बाद एक नाबालिग लड़के ने अपनी मकान मालकिन की बेरहमी से हत्या कर दी। उसने क्राइम सीरियल के मुताबिक ही पूरी योजना बनाई और बाजार से चाकू खरीदकर लाया और फिर उसी चाकू से मकान मालकिन पर 45 से ज्यादा बार वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया. क्राइम पेट्रोल में दिखाए गए सीन की तरह ही वह हत्या के बाद अपने कमरे में पहुंचा और अपने कपड़े जला दिए और मृतक महिला के परिजनों से मिलने अस्पताल भी गया, लेकिन शायद उसने क्राइम पेट्रोल का आखिरी हिस्सा नहीं देखा, जिसमें आरोपी कितना भी चालाक क्यों न हो, उसके गुनाहों की आखिरी मंजिल सलाखों ही होती है.
मकान मालकिन का काट दिया गला
जयपुर में हुई मंजू शर्मा की नृशंस हत्या के मामले में भी ऐसा ही हुआ है, जिसका पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने नाबालिग हत्यारों को गिरफ्तार कर चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि हत्यारों ने क्राइम पेट्रोल देखने के बाद लूट के इरादे से हत्या की थी. हालांकि, जब उन्हें लूट में कुछ खास नहीं मिला तो वे महिला का मोबाइल लेकर भाग गए.
पुलिस ने वारदात स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो हत्यारों की पहचान हो गई, जिसके बाद सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. जयपुर ईस्ट डीसीपी कविंद्र एस सागर ने बताया कि खो-नागोरियान थाना पुलिस ने नाबालिग आरोपी को हिरासत में लिया है, जिसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है.
क्राइम पेट्रोल देखा और फिर चाकू खरीदा था
लेकिन पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि उसने लूट के इरादे से हत्या की और हत्या करने के बाद उसने अलमारी का लॉक भी तोड़ा लेकिन जब उसे कुछ नहीं मिला तो वह मृतका का मोबाइल लेकर भाग गया. अब पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर आलाकत्ल बरामद कर लिया है. हत्या से पहले उसने क्राइम पेट्रोल सीरियल भी देखा और फिर एक सप्ताह पहले हटवाड़ा से चाकू खरीदा था. इसके बाद वह पिछले कुछ दिनों से मौके की तलाश में था, लेकिन शनिवार को जब मृतका का पति दुकान पर गया तो उसने पीछे महिला को अकेला पाकर वारदात को अंजाम दे दिया.
देर से आने पर टोकती थी
दरअसल, बीते शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे जयपुर के गोनेर इलाके में गौरव वाटिका में व्यवसायी सतीश चंद्र शर्मा का बेटा मौसम शर्मा जब अपने घर पहुंचा तो उसने खून फैला हुआ देखा. यह देख बेटा डर गया और मम्मी-मम्मी चिल्लाने लगा. इसी बीच कमरे में पलंग के नीचे खून से लथपथ चादर में पड़ी अपनी मां मंजू शर्मा को देखकर बेटा जोर-जोर से चिल्लाने लगा. चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी एकत्र हो गए और तुरंत मृतका के पति को सूचना दी. इसके बाद लहूलुहान मंजू शर्मा को एसएमएस अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
ऐसे में पुलिस को मंजू शर्मा हत्याकांड में किसी परिचित का हाथ होने का शक हुआ तो उन्होंने जांच शुरू की. तब पता चला कि आरोपी किराएदार दंपती का भतीजा निकला, जो अक्सर घर में आता-जाता रहता था। कई बार उसकी संदिग्ध गतिविधियां देखकर मृतका मंजू उसे टोकती थी, जिसके बाद वह झगड़ा करने पर उतारू हो जाता था. यह लड़का मकान मालकिन मंजू शर्मा के टोकने से तंग आ चुका था, फिर एक दिन उसके दिमाग में ऐसी शैतानी योजना बनी. इसके बाद वह अपने कमरे में बैठकर कई दिनों तक सोचता रहा और उसने तय कर लिया कि वह मकान मालकिन मंजू शर्मा से बदला लेगा.
पुलिस ने आरोपी को बाल सुधार गृह भेज दिया
इसके बाद उसने यूट्यूब पर क्राइम से जुड़े वीडियो देखना शुरू कर दिया और हर वीडियो को देखने के बाद उसके शैतानी दिमाग में जो प्लान आता था वो बेहद खौफनाक होता था. उसने मकान मालकिन पर उस वक्त हमला किया जब वो घर में अकेली थी. फिर वो उसके घर में घुसा और धारदार हथियार से उस पर 45 से ज्यादा बार हमला किया, जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई. लेकिन कहते हैं ना कि कातिल कितना भी चालाक क्यों न हो एक न एक दिन पकड़ा ही जाता है. इस लड़के ने क्राइम पेट्रोल देखकर महिला की हत्या का तरीका भी ढूंढा, लेकिन उसे इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि इसका अंजाम क्या होगा. अब पुलिस ने आरोपी को बाल सुधार गृह भेज दिया है, जहां वो अपने गुनाहों की सजा काट रहा है.